बिहार: पटना में जलजमाव के बाद डेंगू ने कहर बरसाना किया शुरू, स्थिति हुई भयावह

By एस पी सिन्हा | Published: October 6, 2019 07:49 PM2019-10-06T19:49:31+5:302019-10-06T20:08:07+5:30

सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती हैं. पीएमसीएच में अब तक 775 डेंगू के मरीज आ चुके हैं. वैसे, आधिकारिक आंकड़े की बात करें तो शनिवार तक पूरे बिहार में 980 मरीज मिले थे, जिनमें पटना के 640 मरीज शामिल थे. भागलपुर में 95 लोग डेंगू से पीडित हैं, जबकि सूबे के अन्य इलाकों में भी डेंगू का डंक लोगों को सताने लगा है.

Bihar: Dengue caused havoc after water logging in Patna, frightening situation | बिहार: पटना में जलजमाव के बाद डेंगू ने कहर बरसाना किया शुरू, स्थिति हुई भयावह

बिहार में कुछ नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है. नदियों के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए नीतीश कुमार लगातार आपदा की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.

Highlightsपटना में डेंगू का कहर शुरू हो गया है. लगातार हुई बारिश के बाद अब बिहार में डेंगू के मरीजों में भारी इजाफा हुआ है.

पटना के लोग अभी जलजमाव की समस्या से उबर भी नहीं पाए हैं कि डेंगू का कहर शुरू हो गया है. राजधानी में यह बीमारी भयावह रूप लेने लगी है. हालांकि पनपुन व गंगा में पानी घटने से पटना पर मंडराता बाढ़ का खतरा टल गया है. लेकिन पटना के पॉश इलाके राजेंद्रनगर, पाटलिपुत्र और कंकडबाग के कुछ ईलाकों के साथ-साथ गोला रोड में नौ दिन बाद भी औसतन तीन फीट जलजमाव है. वहां सड़ते पानी से संक्रमण फैल रहा है. ऐसे में जलजमाव से परेशान पटना में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. वहीं, राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 980 हो गई है.

इसतरह से अब डेंगू लोगों के लिए सिरदर्द बनने लगा है. पटना समेत आसपास के इलाकों में लगातार हुई बारिश के बाद अब बिहार में डेंगू के मरीजों में भारी इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों का जो आंकड़ा जारी किया है, उसके मुताबिक पटना जिले ने पिछले कई साल का रिकॉर्ड तोड दिया है. केवल पटना की बात करें तो पटना जिले में मरीजों की संख्या 640 तक जा पहुंची है. पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में डेंगू के 83 नए मरीज मिले. 

सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी काफी संख्या में डेंगू के मरीज भर्ती हैं. पीएमसीएच में अब तक 775 डेंगू के मरीज आ चुके हैं. वैसे, आधिकारिक आंकड़े की बात करें तो शनिवार तक पूरे बिहार में 980 मरीज मिले थे, जिनमें पटना के 640 मरीज शामिल थे. भागलपुर में 95 लोग डेंगू से पीडित हैं, जबकि सूबे के अन्य इलाकों में भी डेंगू का डंक लोगों को सताने लगा है. बारिश के बाद पटना में हुई जलजमाव की स्थिति से ही डेंगू के मरीजों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. राजधानी पटना में डेंगू रोकने के सरकारी दावे पूरी तरह से फेल हो रहे हैं और बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक डेंगू का शिकार हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पटना में डेंगू की रोकथाम के लिए 24 टीमें लगाई गई हैं जो जलजमाव वाले इलाकों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.

उधर, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने माना है कि मच्‍छरों का प्रकोप बढ़ा है. हालांकि, उन्‍होंने यह भी कहा कि इससे महामारी कर खतरा नहीं है. उन्‍होंने बताया कि मच्छरों से बचाव के लिए 24 टीमें छिड़काव में लगी हैं. वहीं, अनधिकृत आंकड़े के अनुसार पटना में डेंगू के मरीजों की संख्‍या आठ सौ पार कर रही है. वैसे प्रधान सचिव संजय कुमार के अनुसार पटना में अभी तक डेंगू के 640 मरीज मिले हैं. हाल की भारी बारिश के बाद हुए जलजमाव से पटना को नौ दिनों बाद भी निजात नहीं मिली है. राजेंद्र नगर, पाटलिपुत्र कालोनी व गोला रोड सहित कई इलाकों में अभी पानी जमा है. जलजमाव से परेशान स्‍थानीय लोगों ने गोला रोड में प्रदर्शन भी किया. उनके अनुसार गोला रोड में पानी घटता नहीं दिख रहा. 

राहत व बचाव कार्य अपर्याप्‍त होने के कारण प्रभावित लोगों की स्थिति अभी तक नारकीय बनी हुई है. इस बीच सड़ते पानी व गंदगी ने संक्रमण का खतरा पैदा कर दिया है. बीमारियों में इजाफा हुआ है. पटना में डेंगू महामारी के रूप में फैल गई है. पीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. रंजीत कुमार जैमियार का कहना है कि अस्पताल में डेंगू मरीज की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. 

वहीं, जलजमाव से जूझते पटना पर मंडराता बाढ़ का खतरा टल गया है. पुनपुन नदी का जलस्तर 53.51 मीटर पर आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है. हालांकि, अभी भी यह खतरे के निशान से 275 मीटर ऊपर है. वहीं गंगा का जलस्तर भी घट रहा है. गया-पटना और वेना-बिहार शरीफ रेलखंड पर अब परिचालन को आंशिक रूप से शुरू कर दिया गया है. 


इसबीच,  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सूबे के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. सुबह में पटना के प्राचीण मंदिरों में पूजा करने के बाद मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर बिहार के चार जिलों के लिए पटना से उडा. मुख्यमंत्री ने खगड़िया पूर्णिया और बेगूसराय जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद पूर्णिया में मुख्यमंत्री ने जिले के वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक किया और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. 

यहां बता दें कि बिहार में कुछ नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है. नदियों के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए नीतीश कुमार लगातार आपदा की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों से भी बाढ़ की स्थिति पर फीडबैक लिया था. यहां उल्लेखनीय है कि बिहार का बेगूसराय और खगड़िया जिला बाढ़ से खासा प्रभावित है. बेगूसराय से भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी सरकार पर अपने संसदीय क्षेत्र की मदद देने में उपेक्षा का आरोप लगाया था.

Web Title: Bihar: Dengue caused havoc after water logging in Patna, frightening situation

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