बिहार: भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारी भी पाये जाने लगे हैं भ्रष्टाचार में लिप्त, दो इंस्पेक्टर हुए गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: December 22, 2021 03:00 PM2021-12-22T15:00:44+5:302021-12-22T15:05:05+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार बालू के अवैध खनन मामले में आरोपी अधिकारियों की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते इस मामले में हुए अपने ही दो इंस्पेक्टरों नसीम अहमद और ललन कुमार को निलंबित कर दिया है.
पटना:बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुहिम चलाने वाले अधिकारी भी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हुए पाये जाने लगे हैं. इसी के चलते आर्थिक अपराध इकाई के दो इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दोनों के ऊपर भ्रष्ट अधिकारियों से मिले होने का आरोप है. इन पर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों पर नकेल कसने की जिम्मेवारी सौंपी गई थी. इन पर अवैध बालू खनन मामले में फंसे भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिल जाने का आरोप लगा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बालू के अवैध खनन मामले में आरोपी अधिकारियों की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते इस मामले में हुए अपने ही दो इंस्पेक्टरों नसीम अहमद और ललन कुमार को निलंबित कर दिया है.
विभाग को मिली सूचना के अनुसार ये दोनों इंस्पेक्टर भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों को छापेमारी की खबर बता दिया करते थे. आर्थिक अपराध इकाई के तीन इंस्पेक्टर अब तक ऐसे मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं. अभी गिरफ्तार किये गये ये दोनों इंस्पेक्टर बालू के अवैध खनन से जुड़े मामले में अनुसंधानकर्ता (आईओ) थे.
ईओयू की इंटरनल इंटेलिजेंस विंग को इसकी भनक लगी और फिर मामले की जांच शुरू हुई. जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद इन दोनों पुलिस इंस्पेक्टरों को तत्काल निलंबित कर दिया गया. इन्हें गोपनीयता भंग करने, अनुशासनहीनता, घोर लापरवाही एवं अयोग्य होने के आरोप में निलंबित किया गया है.
दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. ये दोनों अधिकारी भ्रष्ट अधिकारियों को पहले से ही छापेमारी की सूचना दे देते थे. इनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी शुरू की जाएगी.
खास बात यह है कि सितंबर में भी ईओयू के एक इंस्पेक्टर सिद्धेश्वर सिंह को बालू के अवैध खनन के मामले में ही निलंबित किया गया है. इन पर आरोप था कि औरंगाबाद में बालू से लदे एक ट्रक को पकडा गया था. उस मामले में जांच चल रही थी. सिद्धेश्वर सिंह उसके आईओ थे. कोर्ट ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी थी.
यहां बता दें कि बालू के अवैध खनन मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम अब तक एक दर्जन अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.
सूत्रों के अनुसार बालू के खेल में अभी दो से ढाई दर्जन अधिकारी और हैं, जिनके ठिकानों पर छापेमारी हो सकती है. फिलहाल ईओयू के अधिकारी इनके संपत्ति का आकलन कर रहे हैं.
अभी तक डेहरी के निलंबित एसडीओ सुनील कुमार सिंह, पालीगंज के निलंबित एसडीपीओ तनवीर अहमद, आरा के निलंबित एसडीपीओ पंकज कुमार रावत, आरा के निलंबित एमवीआइ विनोद कुमार, भोजपुर के निलंबित एसपी राकेश दुबे, खनन विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार, सारण के निलंबित थानाध्यक्ष संजय प्रसाद, कोईलवर के अंचलाधिकारी रहे अनुज कुमार, औरंगाबाद के पूर्व डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा, औरंगाबाद के निलंबित एसडीपीओ अनूप कुमार, पटना के एमवीआइ रहे मृत्युंजय कुमार सिंह और बिक्रम के निलंबित सीओ वकील प्रसाद सिंह के ठिकानों पर छापेमारी हो चुकी है.