पटना, 30 मार्च: रामनवमी के दिन से ही बिहार में हिंसा की आग भड़क रही है। 17 मार्च को भागलपुर से शुरू हुई हिंसा बिहार के औरंगाबाद के समस्तीपुर, मुंगेर से होते हुए अब नवादा तक पहुंच गई है। ताजा जानाकारी के मुताबिक नवादा बाईपास के पास एक धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ के बाद वहां हिंसा भड़क गई है।
धार्मिक स्थल में मूर्ति तोड़ने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद शुरू हुआ, जो देखते-देखते ही हिंसा में बदल गया। जिससे लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने जमकर बवाल किया। इस दौरान कई दुकानों को फूंक दी गई और कई गाड़ियों के जला दिया गया। प्रदर्शनकारी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक भीड़ के गुस्से का शिकार न्यूज को कवर करने पहुंचे मीडियाकर्मी भी हुए। भीड़ ने मीडिया के कैमरों को भी तोड़ दिया। शहर में सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए इंटरनेट की सेवा को बंद कराया गया। जिले के सभी प्रमुख धर्मस्थलों पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।
जेडीयू के महासचिव श्याम रजाक ने एनडीटीवी को बताया कि नीतीश कुमार कभी लॉ एंड ऑर्डर को लेकर कोई भी समझौता नहीं करते हैं। नीतीश सरकार किसी भी कीमत पर आरोपियों को नहीं छोड़ेगी।
यहां हो चुके हैं दंगे
- समस्तीपुर में 26 मार्च मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रहा था। तभी कुछ असमाजिक तत्वों ने मूर्ति की ओर चप्पल फेंक दी। इसके बाद से ही वहां हिंसा का माहौल बन गया था।
- औरंगाबाद में भी रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हिंसा हुई थी। कथित तौर पर इस जुलूस पर पथराव हुआ और फिर हिंसा भड़क गई।
- मुंगेर में भी रामनवमी के दिन दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद हिंसा का माहौल था।
- बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसी मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी किया गया था। गौरतलब है कि अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में वारंट जारी हुआ है वह 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था।