खरमास बाद सियासत में कदम रखेंगे सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत?, राजद ने छेड़ा मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा
By एस पी सिन्हा | Updated: December 25, 2025 17:03 IST2025-12-25T17:02:28+5:302025-12-25T17:03:30+5:30
भाजपा के राज्यसभा सांसद भीम सिंह ने राजद नेताओं द्वारा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाने के दावों पर बड़ा प्रहार किया।

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पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के सियासत में कदम रखने को लेकर जारी सियासी हलचल के बीच चर्चा है कि निशांत कुमार खरमास बाद पार्टी में कदम रख सकते हैं। कहा जा रहा है कि खरमास के बाद बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, खरमास के बाद निशांत कुमार जदयू की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। राजद ने तो यहां तक दावा किया है कि भाजपा अब नीतीश कुमार को हटाना चाहती है। लेकिन भाजपा के राज्यसभा सांसद भीम सिंह ने राजद नेताओं द्वारा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाने के दावों पर बड़ा प्रहार किया।
गुरुवार को उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनके नेतृत्व में ही बिहार में एनडीए की सरकार मजबूती से काम कर रही है। भीम सिंह ने कहा कि आए दिन नीतीश कुमार की जगह निशांत कुमार को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चाएं होती रहती हैं, लेकिन ऐसा कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई भी बड़ा निर्णय पार्टी के शीर्ष स्तर पर होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अन्य शीर्ष नेता मिलकर विचार-विमर्श करेंगे। वहीं, राजद पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजद एक “फालतू पार्टी” है, जो एनडीए को लेकर बेबुनियाद और उटपटांग बातें करती रहती है।
उन्होंने कहा कि राजद नेताओं को खुद यह नहीं पता कि उनके नेता तेजस्वी यादव कहां हैं, लेकिन उन्हें एनडीए की चिंता सताए जा रही है। भीम सिंह ने कहा कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में अच्छी और स्थिर सरकार चल रही है। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव को लेकर सबसे पहले प्रचार अभियान की शुरुआत की थी।
और एक ही दिन में कई-कई बैठकें व सभाएं कीं। उन्होंने नीतीश सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में सड़कों का जाल बिछाया गया है, बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ है और कानून-व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है। बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका अहम रही है और भाजपा पूरी मजबूती से उनके साथ खड़ी है।
उन्होंने दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर फैलायी जा रही चर्चाएं केवल राजनीतिक अफवाहें हैं और राजद का काम सिर्फ ऐसे मुद्दों पर बयानबाजी करना है। जबकि राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने दावा किया है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाना चाहता है। उन्होंने कहा कि भाजपा देख रही है नीतीश कुमार अब मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं।
वे सार्वजनिक मंचों पर क्या कृत्य कर रहे हैं। इसके कारण अब भाजपा उन्हें हटाना चाहती है। इसके लिए नीतीश कुमार जिसका भी नाम सुझा देंगे उसको भाजपा सीएम बना देगी। एजाज अहमद ने कहा कि जदयू के अंदर जो भुंजा पार्टी है, वह भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहती है। उन्होंने कहा कि जदयू के अंदर जो भाजपा के विचार वाले लोग हैं,
वह निशांत कुमार को आगे रखकर भाजपा की राजनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं। एजाज अहमद ने तो यहां तक दावा किया कि नीतीश कुमार को इसी कारण से दिल्ली बुलाया गया था और वहां उन्होंने इसी मुद्दे पर पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बता दें कि खरमास बाद बिहार कैबिनेट विस्तार हो सकता है, क्योंकि 20 नवंबर को 27 मंत्रियों ने शपथ ली थी,
जिसमें भाजपा के 14 और जदयू के 9 मंत्री शामिल थे। इसमें से नितिन नबीन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अब 36 सदस्यों की कैबिनेट में 10 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं, जिनमें जदयू कोटे की 6 सीटें शामिल हैं। वहीं पिछले साल होली से लेकर अभी तक पार्टी नेताओं का एक धड़ा काफी लंबे समय से निशांत से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने की अपील कर रहा है।
पार्टी की ओर से साफ कर दिया है कि इस पर अंतिम फैसला निशांत कुमार को ही लेना है। हाल ही में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा था कि पार्टी के शुभचिंतक, समर्थक और सभी लोग चाहते हैं कि अब निशांत राजनीति में आकर पार्टी का काम करें। अब इस बारे में उन्हीं को फैसला लेना है कि कब वे यह फैसला लेते हैं और पार्टी में काम करते हैं।