नीतीश सरकार के खिलाफ राजद विधायक करेंगे आंदोलन!, पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर को मिला टिकैत का साथ
By एस पी सिन्हा | Published: October 25, 2022 04:46 PM2022-10-25T16:46:18+5:302022-10-25T16:47:35+5:30
बिहार का कृषि मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह ने किसान मंडी को चालू करने के लिए पहल की थी। हालांकि नीतीश कुमार के दबाव में इस्तीफा देना पड़ा था।
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों का विरोध कर उनकी कैबिनेट से बाहर होने वाले पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह किसान मंडी को चालू किए जाने की मांग पर अब भी कायम है। तेजस्वी यादव की चेतावनी के वावजूद सुधाकर सिंह नियंत्रित नहीं हो पा रहे हैं।
बिहार का कृषि मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह ने किसान मंडी को चालू करने के लिए पहल की थी। हालांकि बाद में नीतीश कुमार के दबाव में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन अब सुधाकर सिंह को किसान नेता राकेश टिकैत का साथ मिला है। किसान मंडी चालू किए जाने के सवाल को लेकर राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है।
17 अक्टूबर को नीतीश कुमार को लिखे पत्र में राकेश टिकैत ने किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसान मंडी की व्यवस्था को पुनः शुरू किए जाने की मांग की है। सूत्रों के अनुसार सुधाकर सिंह ने किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत से संपर्क साधा है।
उसके बाद इस चर्चित किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर किसान मंडी को लेकर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है। पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने राकेश टिकैत के इस लेटर को खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है। यह वही किसान यूनियन है जिसने केंद्र सरकार को पिछले साल कृषि कानून को वापस लेने के लिए मजबूर किया था।
मैंने पहले भी कहा है और आज भी कह रहा हूं "बिहार के किसानों के लिए मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य बुनियादी ज़रूरत है और जब तक कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) कानून और ‘‘मंडी’’ प्रणाली को बहाल नहीं किया जाता तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला। अपनी बात कहते हुए सुधाकर सिंह ने राकेश टिकैत का आभार भी जताया है।