पटनाः भाजपा ने बिहार चुनाव 2025 के लिए 12 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। लोक गायिका मैथिली ठाकुर अलीनगर सीट से मैदान में उतारा गया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा बक्सर सीट से टिकट दिया गया है। अभी तक 83 लोगों को उतारा गया है। भाजपा 101 सीट पर चुनाव लड़ रही है। बिहार में 6 और 11 नवंबर को वोट पड़ेंगे और 14 नवंबर को मतगणना है। जनसुराज छोड़कर भाजपा में आए पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा को बक्सर से टिकट दिया गया है। वहीं सोनपुर से विनय कुमार सिंह को टिकट दिया गया है। जारी सूची के अनुसार अलीनगर से मैथिली ठाकुर, हायाघाट से राम चंद्र प्रसाद, मुजफ्फरपुर से रंजन कुमार, गोपालगंज से सुभाष सिंह, बनियापुर से केदारनाथ सिंह, छपरा से छोटी कुमारी, सोनपुर से विनय कुमार सिंह और बक्सर से आनंद मिश्रा पर भाजपा ने भरोसा जताया है।
प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं थीं। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक भरत बिंद भी भाजपा में शामिल हुए। मिथिला क्षेत्र की लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर के सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में प्रशंसक हैं। क्षेत्र में उनकी प्रसिद्धि को देखते हुए पार्टी उन्हें प्रचार अभियान का चेहरा भी बना सकती है। हाल में ठाकुर की तस्वीर भाजपा के चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के साथ सामने आई थी।
मैथिली ठाकुर का जन्म बिहार के मधुबनी जिले में बेनीपट्टी में हुआ था। वह एक मैथिल संगीतकार और संगीत शिक्षक रमेश ठाकुर और भारती ठाकुर की बेटी हैं। बिहार विधानसभा के चुनाव से ही जुड़े एक अन्य सवाल पर मैथिली ने कहा कि वह देश के विकास के लिए, हरसंभव योगदान देने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि तावड़े और राय से हुई मुलाकात के दौरान बिहार के भविष्य को लेकर उनकी बहुत सारी बातें हुईं। मैथिली ठाकुर इसी साल जुलाई में 25 साल की हुई हैं। साल 2011 में महज 11 वर्ष की उम्र में मैथिली ने गीत-संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और तब से वह इस क्षेत्र में सक्रिय हैं।
नीतीश कुमार के चाल से चीत हुए चिराग, एनडीए में नहीं है सब कुछ ठीक ठाक
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नीतीश कुमार की जदयू ने अपने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर लोजपा(रा) प्रमुख चिराग पासवान की परेशानी बढा दी है। दरअसल, जदयू ने चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) के दावे वाली पांच सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। इससे एनडीए के दलों के बीच तरकार बढ़ने का आशंका गहराने लगी है।
बता दें कि जदयू ने चिराग की जिन सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं वो हैं एकमा, गायघाट, राजगीर और सोनबरसा। ये वो सीटें हैं जहां 2020 के चुनाव में लोजपा ने नीतीश की जदयू को चोट पहुंचाई थी। गायघाट में नीतीश कुमार ने न केवल चिराग की सीट ली है बल्कि उनका उम्मीदवार भी ले लिया है। उन्होंने उसे पार्टी का सिंबल दे दिया है।
जदयू ने लोजपा(रा) सांसद वीणा देवी की बेटी कोमल सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, राजगीर सीट से नीतीश ने कौशल किशोर को उतार दिया है। सोनबरसा सीट से जदयू रत्नेश सदा को पार्टी का सिंबल दे चुकी है। इसतरह नीतीश कुमार ने इन तीनों सीटों पर उम्मीदवार उतारकर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है।
ऐसे में नीतीश कुमार ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर एनडीए के सीट शेयरिंग के समझौते का फॉर्मूला बिगाड़ दिया है। जदयू और भाजपा बराबर-बराबर 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का फॉर्मूला तय हुआ था। इसके अलावा बाकी 41 सीटें सहयोगी दलों में बांट दी गई थीं,
जिसमें चिराग पासवान की लोजपा (रा) को 29 सीटें, उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो और जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को छह-छह सीटें मिली हैं। जदयू ने चिराग के दावे वाली केवल चार सीट पर ही उम्मीदवार नहीं उतारा है, बल्कि सूची को देखें तो चिराग पासवान के दावे वाली कुल पांच सीटों पर जदयू ने खेल कर दिया है।
जदयू ने गायघाट सीट से कोमल सिंह को उम्मीदवार बना दिया है। चिराग इस सीट पर दावा कर रहे थे। ऐसे में सियासत के जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार का यह कदम चिराग पासवान के साथ चल रही नाराजगी का सीधा संकेत है। वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के द्वारा लोजपा(रा) की पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने पर लोजपा(रा) ने नाराजगी जताई है।
लोजपा(रा) के प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना ने कहा कि सभी दलों को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे नेता गठबंधन के बड़े नेताओं से इसपर चर्चा कर रहे हैं। आगे का जो भी निर्णय होगा वह चिराग पासवान जी ही तय करेंगे। धीरेन्द्र मुन्ना ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर उनकी नजर है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से भी उनकी बातचीत हो रही है।
जबकि जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कौन दल किस सीट पर लड़ेगा यह चर्चा भी सकारात्मक बातचीत के साथ अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत के बाद सब कुछ तय हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सिटिंग सीट पर कहीं कोई टकराव की बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि एनडीए में कहीं कोई मतभेद नहीं है। सीटों को लेकर गलतफहमी हो गई थी। उसे दूर कर लिया गया है।