पटनाः बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए सूबे में एक बार फिर से नीतीश कुमार की कैबिनेट का विस्तार किया जा रहा है। शाम 4 बजे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इसके पहले बिहार में कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच बुधवार को बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राजस्व और भूमि सुधार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि वो बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत के तहत दिलीप जायसवाल ने बिहार सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मुलाकात की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजभवन में 7 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसको लेकर राजभवन में तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जिन विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है, उसमें संजय सरावगी, सुनील कुमार, जीवेश कुमार, राजू कुमार सिंह, मोती लाल प्रसाद, विजय कुमार मंडल और कृष्ण कुमार मंटू शामिल हो सकते हैं।
Bihar Cabinet Expansion: राजपूत, भूमिहार, वैश्य और अति पिछड़ी पर दांव
कैबिनेट सचिव एस सिद्धार्थ मंत्री बनने वाले विधायकों की सूचि को राजभवन में सौंप दी है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने जाति का पासा फेका है। अति पिछड़ी जातियों से लेकर अगड़ी जाति पर फोकस किया जा रहा है। भाजपा कोटे से जिन लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है, उनमें राजपूत, भूमिहार, वैश्य और अति पिछड़ी जाति से आने वाले नेता हैं।
रीगा से विधायक मोतीलाल प्रसाद को मंत्री बनाया जा रहा है। ये तेली जाति से आते हैं। वहीं सिकटी से भाजपा विधायक विजय मंडल भी मंत्री बनेंगे। ये अति पिछड़ी जाति में कैवर्थ जाति से ताल्लुक रखते हैं। भाजपा कोटे से राजपूत जाति से आने वाले राजू सिंह भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। राजू सिंह साहेबगंज से भाजपा के विधायक हैं।
Bihar Cabinet Expansion: अमनौर से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार मंटू दौड़ में
जाले से भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा भी मंत्री बनाये जा रहे हैं। ये भूमिहार जाति से आते हैं। अमनौर से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार मंटू भी मंत्री बन रहे हैं। ये पिछड़ी जाति (कुर्मी) से आते हैं। दरभंगा से भाजपा विधायक संजय सरावगी को भी मंत्री बनाये जाने की खबर है। ये वैश्य जाति से आते हैं।
जानकारों के अनुसार चुनाव के पहले जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए यह कैबिनेट विस्तार किया जा रहा है। इसमें सभी समुदायों के संतुलित प्रतिनिधित्व पर मुख्य रूप से जोर दिया गया है। वहीं, जिन मंत्रियों के पास अभी दो या उससे अधिक विभाग है, उनका विभाग भी छीना जा सकता है। कई मौजूदा मंत्री कई विभागों की देखरेख करते हैं।
Bihar Cabinet Expansion: विभागों को नए मंत्रियों को सौंप दिया जाएगा
यह संभावना है कि इनमें से कुछ विभागों को नए मंत्रियों को सौंप दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तीन विभागों का प्रबंधन करते हैं, जिसमें सड़क निर्माण, खान और भूविज्ञान, और कला, संस्कृति और युवा। इसी तरह, मंत्री संतोष सुमन सूचना प्रौद्योगिकी, लघु जल संसाधन और आपदा प्रबंधन की देखरेख करते हैं।
मंगल पांडे, नीतीश मिश्रा और प्रेम कुमार सहित अन्य मंत्री दो-दो विभाग संभालते हैं। इनके विभागों में कटौती की जा सकती है। बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल में वर्तमान में 30 मंत्री हैं, जिसमें भाजपा के 15, जदयू के 13, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के 1 और 1 निर्दलीय शामिल हैं। भाजपा कोटे से मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने इस्तीफा दे दिया है।
Bihar Cabinet Expansion: 243 सदस्यीय विधानसभा में 36 मंत्री हो सकते हैं
बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पिछले 2 दिनों से बिहार में थे। इस दौरान जेपी नड्डा ने भाजपा के नेताओं संग महत्वपूर्ण बैठक की थी। वहीं मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अचानक जेपी नड्डा से मिलने स्टेट गेस्ट हाउस पहुंच गए थे। दरअसल, 243 सदस्यीय विधानसभा में 36 मंत्री हो सकते हैं।
वर्तमान में इसमें 30 मंत्री हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दो उपमुख्यमंत्री शामिल हैं। बिहार की एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल का आखिरी विस्तार 15 मार्च, 2024 को हुआ था, जब 21 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इसमें नीतीश कुमार की जदयू से नौ और सहयोगी भाजपा से 12 को मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
Bihar Cabinet Expansion: भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं
इसके पहले 28 जनवरी, 2024 को नीतीश कुमार महागठबंधन से नाता तोड़कर भाजपा के साथ वापस चले गए थे और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके 46 दिन बाद नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था। वहीं, दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं।
मुझे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जितना बड़ा पद दिया गया। यह बहुत ही जिम्मेदारी बड़ा पद है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री के साथ-साथ बिहार भाजपा के अध्यक्ष की भूमिका दोनों साथ-साथ निभा रहा था।
ऐसे में दोनों जिम्मेदारियों को एक साथ निभाने में थोड़ी दिक्कत हो रही थी। ऐसे में भाजपा एक व्यकित एक पद सिद्धांत के तहत मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझे जो विभाग मिला, मैंने उसकी सेवा करने की पूरी कोशिश की और मुझे यह अवसर देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व का भी आभारी हूं।