पटनाः बिहार में महागठबंधन की नई सरकार में 16 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। जदयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी ने आज कहा कि नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 16 अगस्त को होने की संभावना है। राज्यपाल से इसके लिए समय लिया जाएगा।
महागठबंधन में शामिल दलों के बीच मंत्रियों की संख्या बंटवारे पर आम राय बन चुकी है। राजद कोटे से 18 मंत्री बनाए जाने की सूचना है। कांग्रेस से भी तीन को शामिल किया जा सकता है। नियम के अनुसार मुख्यमंत्री के अतिरिक्त अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नए मंत्रिमंडल में पहली बार मंत्री बनने वाले नये चेहरे इस बार दिखेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही पूर्व की तरह गृह विभाग की जिम्मेवारी रहेगी। पहली बार मंत्री बनने वाले ये मंत्री तीन प्रमुख दल जदयू, राजद और कांग्रेस से होंगे। इनके शामिल होने से जिलों को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा।
महागठबंधन के दो सबसे बडे़ दलों जदयू और राजद के बीच बातचीत लगभग पूरी हो गई है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर इस संबंध में बातचीत है। वहीं कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि हमारे 2 मंत्री ही फिलहाल शपथ लेंगे। एक अन्य मंत्री का शपथ अगले मंत्रिमंडल विस्तार में होगा।
सूत्रों के अनुसार मंत्रियों के सूची पर संबंधित पार्टियों के आलाकमान की मुहर लगते ही शपथ ग्रहण की तिथि की भी घोषणा हो जायेगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संवाददाताओं से बातचीत में 15 अगस्त के बाद शपथ ग्रहण होने की बात कही थी। जदयू को जहां 12 से 13 मंत्रियों का कोटा मिलने की संभावना है, वहीं राजद को 17 से 18 मंत्री पद मिलेगा।
वहीं कांग्रेस के खाते में 3 मंत्री पद तय है। जबकि एक मंत्री पद जीतन राम मांझी की पार्टी हम को मिलने की संभावना है। माना जा रहा है कि जदयू से जो लोग अभी मंत्री थे, उनमे से अधिकांश को फिर से मंत्री बनाया जाएगा। वहीं तेजस्वी यादव जातीय समीकरणों को साधते हुए मंत्रियों के नाम को फाइनल करेंगे। हम से जीतन राम मांझी के बेटे को मंत्री बनाया जा सकता है।