पटना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल के द्वारा यह कहे जाने पर कि लालू जी के परिवार को फादर ऑफ क्राइम का प्राइज मिलना चाहिए। उनके पाप को हम धो रहे हैं। अब इस पर अलग-अलग नेताओं की प्रतिक्रिया आने लगी है। राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्राइम के ग्रैंड फादर तो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ही हैं। यह बात तो दिलीप जायसवाल को मालूम ही होगा, क्योंकि जो गुजरात में हुआ क्रूरतापूर्ण वो रोंगटा खड़ा कर देता है। मालेगांव में हुआ वो रोंगटा खड़ा कर देता है, तो ग्रैंड फादर तो आप ही के यहां हैं। अगर पुरस्कार मिलना होगा तो इन लोगों को मिलेगा।
वहीं, मंत्री संतोष सिंह ने दिलीप जायसवाल के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव को ‘फादर ऑफ क्राइम’ का पुरस्कार जरूर मिलना चाहिए। अगर इस अवार्ड का प्रावधान नहीं है तो कर देना चाहिए क्योंकि भारत का इतिहास इन्होंने गंदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि ‘हां बिल्कुल इनको ’फादर ऑफ क्राइम’ का पुरस्कार मिलना चाहिए। अगर संविधान में इसका प्रावधान नहीं है तो कर देना चाहिए, क्योंकि भारत का इतिहास इन्होंने गंदा किया है। सिर्फ बिहार का ही नहीं जंगलराज को जिसने देखा है वो बिहार आने से आज भी डरते हैं। इसलिए भाजपा अध्यक्ष ने सही ही कहा है कि इनको फादर ऑफ क्राइम का अवार्ड मिलना चाहिए।
वहीं जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि सच कड़वा जरुर होता है। माननीय उच्च न्यायालय ने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के राज को जंगलराज कहा था। हम तो आतंक राज कहते थे। तो अगर अपराध के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान नहीं बल्कि अति विशिष्ठ योगदान के लिए किताब लिखा जाएगा, तो इसमें लिखा जाएगा कि लालू प्रसाद यादव इस विशेष पुरस्कार के लिए चयनित होंगे। वहीं, कांग्रेस नेता प्रवीण कुशवाहा ने कहा कि बिहार में अगर अपराध की बात करें तो लालू यादव के समय जो अपराध होते थे, वह सड़कों पर शराब के नशे में हुआ करते थे पर आज जो बिहार में अपराध की घटनाएं हो रही हैं, वो एक तरह से संगठित अपराध है।
बता दें कि नेताओं के संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन में दिलीप जायसवाल ने कहा कि वो भी अपराध के बारे में बोलते हैं। लेकिन जब उनको कहा गया कि अपराध को जन्म देनेवाले तो आप ही लोग हैं। जितना अपराधी साल 2005 तक लालू प्रसाद यादव के शासन काल में हुआ उसी को हम लोग समेट रहे हैं अभी तक। क्योंकि अपराध तो राक्षस होता है क्योंकि एक को समाप्त करो तो एक सौ पैदा ले लेता है।
पहले जमाना में आपने सुना होगा। ऐसा ना राक्षस उन्होंने पैदा कर रखा है कि हम लोग समाप्त कर रहे हैं, लेकिन उनका संस्कार जिंदा है। जनता और मीडिया भी समझ गई है कि वो ‘फादर ऑफ क्राइम’हैं। हमको लगता है कि अगर कोई अवार्ड मिले तो लालू प्रसाद यादव के परिवार को तो यह भी एक पुरस्कार हिन्दुस्तान में दिया जाना चाहिए ‘फादर ऑफ क्राइम’।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को संविधान और लोकतंत्र का मखौल उड़ाने का संस्कार मिला है। गांधी मैदान में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में में न जाकर तेजस्वी यादव ने यह साबित कर दिया है। तेजस्वी कितने गंभीर नेता हैं, यह भी उन्होंने जता दिया है। बिहार की जनता को कोई समस्या हो या आपदा हो या कोई संवैधानिक कार्यक्रम, तेजस्वी यादव को मौजूद ही रहना है।