पटनाः बिहार भाजपा के संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए दरभंगा से विधायक और बिहार सरकार में पूर्व मंत्री संजय सरावगी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने संजय सरावगी को भाजपा बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा पत्र जारी किया गया है। पत्र में कहा गया है कि यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। संजय सरावगी संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने से बिहार भाजपा को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।
संजय सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं और दरभंगा सदर सीट से 2005 से लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं। संजय सरावगी बिहार की राजनीति में एक अनुभवी, कर्मठ और जमीनी नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनका जन्म 28 अगस्त 1969 को बिहार के दरभंगा में हुआ। छात्र जीवन से ही वे सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे।
लगभग दस वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में कई जिम्मेदारियों को संभाला। राजनीति में उनका सफर वर्ष 1999 में भाजपा के जिला मंत्री के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद 2001 में वे दरभंगा नगर मंडल भाजपा के अध्यक्ष बने। 2002 में नगर निगम के वार्ड संख्या 6 से पार्षद चुने गए और 2003 में भाजपा दरभंगा जिला के महामंत्री बने।
2005 वो पहली बार विधायक बने और दरभंगा सदर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक चुने गए। 2017 में वे बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति रहे। फरवरी 2025 में वो बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बने। उनकी पहचान एक कुशल संगठनकर्ता की है।
ऐसा माना जा रहा है कि साफ-सुथरी छवि और संगठनात्मक क्षमता के कारण पार्टी नेतृत्व उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। भाजपा के द्वारा बिहार संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए संजय सरावगी को बिहार प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने को राज्य की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ मानी जा रही है,
खासकर ऐसे समय में जब एनडीए को हाल ही में 2025 के विधानसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता मिली है। भाजपा में यह बदलाव इसलिए आया है क्योंकि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के सिद्धांत को लागू करने की कोशिश कर रही है, जिससे कई वरिष्ठ नेताओं को संगठनात्मक और प्रशासनिक भूमिकाओं में संतुलन बनाना आवश्यक हो गया है।
इसके तहत वर्तमान में उद्योग मंत्री बने दिलीप कुमार जायसवाल से प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर किसी और ट्रांसफर करने की चर्चा चल रही थी। भाजपा ने इसी को ध्यान में रखकर संजय सरावगी को बिहार भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि इस बार संजय सरावगी को बिहार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी। ऐसे में उन्हें अब बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व लगातार बड़े-बड़े फैसले ले रहा है। 14 दिसंबर को इन्होंने बांकीपुर के विधायक और बिहार सरकार में मंत्री नितिन नवीन को भाजपा का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। नितिन नवीन को इतनी बड़ी जिम्मेदारी पार्टी ने दी और ठीक उसी तरह की जिम्मेदारी दरभंगा के विधायक संजय सरावगी को सौंपी गई है।