बिहार विधानसभा अध्यक्ष मंगलवार को सदन में नहीं आए, सीएम नीतीश भी रहे बाहर, कल हुई थी बहस

By एस पी सिन्हा | Published: March 15, 2022 02:12 PM2022-03-15T14:12:02+5:302022-03-15T14:18:03+5:30

बिहार विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्पीकर के बीच बहस हुई थी। इसके बाद आज विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदन नहीं पहुंचे।

Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha did not come to house after yesterday ruckus | बिहार विधानसभा अध्यक्ष मंगलवार को सदन में नहीं आए, सीएम नीतीश भी रहे बाहर, कल हुई थी बहस

मंगलवार को सदन में नहीं आए बिहार विधानसभा अध्यक्ष

Highlightsमुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच कल हुई थी बहसविधानसभा अध्यक्ष की जगह प्रेम कुमार को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी।

पटना: बिहार विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच सदन की कार्रवाई के दौरान हुई बहस असर आज सदन की कार्यवाही के दौरान दिखा. इस मुद्दे को लेकर एक ओर जहां जदयू और भाजपा एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं. वहीं मुख्य विपक्षी दल राजद भी लगातार हमलावर है. 

इस बीच मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदन नहीं पहुंचे. सदन की कार्यवाही से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दूर रहे. 

उधर, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा अध्यक्ष के अपमान का आरोप लगाकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया. हाथ पर काली पट्टी बांधकर सदन में आए राजद विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया. 

प्रेम कुमार ने अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली

विपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष खुद सदन में आकर सफाई दें. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा अध्यक्ष की जगह प्रेम कुमार को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी. सोमवार को भी वह बहस के बाद सदन की कार्रवाई अधूरा छोड़ कर चले गए थे. आज उनके नही आने को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. 

इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष पर संविधान का खुलेआम उल्लंघन करने का आरोप लगा दिया था. जवाब में सदन अध्यक्ष ने भी तल्ख लहजे में पूछा था कि आप ही बताएं कि कैसे कार्यवाही चलाई जाये? 

वहीं, आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर जब विधान अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा आसन तक नहीं दिखे तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्षी सदस्यों ने विधान अध्यक्ष को सदन में बुलाने की मांग की. इस दौरान राजद विधायक ललित यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री की तरफ से की गई टिप्पणी पर सख्त एतराज जताया.

आरजेडी नीतीश कुमार पर हमलावर, माफी की मांग

पूरा विपक्ष अब विजय कुमार सिन्हा के समर्थन में आ गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की और बिहार में तानाशाही शासन चलाने का विरोध किया. विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से कल विधानसभा के अंदर अध्यक्ष के भी शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे वह कहीं से भी एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है. अध्यक्ष किसी भी सदन का प्रमुख होता है. उनका सम्मान करना सबके लिए जरुरी है. 

विधायक ललित यादव का कहना था कि इस मामले में सरकार को खेद जताना चाहिए. मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन में अध्यक्ष के आने के बाद ही कार्यवाही चलेगी. 

इस पर सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सोमवार को मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के बीच जो बातचीत हुई. उसे लेकर बेवजह तूल दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने सदन की नियमावली का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी थी. 

विजय चौधरी के बयान के बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया. इसके बाद पीठासीन अधिकारी प्रेम कुमार ने दोपहर दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.

Web Title: Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha did not come to house after yesterday ruckus

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