Bihar Assembly: बिहार के नौजवानों की प्रतिभा का लोहा मानता हूं, ओम बिरला ने सदन की गिरती गरिमा पर जताई चिंता
By एस पी सिन्हा | Published: February 17, 2022 07:22 PM2022-02-17T19:22:15+5:302022-02-17T19:23:47+5:30
Bihar Assembly: इस मौके पर राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मंच पर मौजूद रहे.
पटनाः बिहार विधानसभा के सेंट्रल हॉल में आज विधायकों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि बिहार के नौजवानों की प्रतिभा का मैं लोहा मानता हूं. विधानमंडलों की गिरती गरिमा पर चिंता जताई। कहा कि विधानमंडल में बैठकों की कम होती संख्या चिंता का विषय बनी हुई है.
सदन में सदस्यों की उपस्थिति भी कम होती है. विधायी कार्यों में प्रतिनिधियों की अधिक भागीदारी होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि देश जब आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है तो इस पर मंथन करने की आवश्यकता है. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि हमारे संसदीय क्षेत्र कोटा में बिहार के बच्चों के टैंलेंट को नजदीक से जानता हूं. बिहार के नौजवान देश ही नहीं दुनिया में नाम कमा रहे हैं.
लोकतांत्रिक संस्थानों को और कैसे मजबूत करें, इस पर सोचने की जरूरत है. जनता की अपेक्षा पूरी कैसे हो इस पर काम करने की जरूरत है. सदन की गरिमा बनाने की जिम्मेदारी हम सबों की है. जनप्रतिनिधियों की विशेष जिम्मेदारी होती है कि सदन की मर्याद रखें, सदन संवाद के केंद्र बने और संवाद से जो विचार निकले जिससे अपेक्षित परिणाम मिले.
सदन में चर्चा होनी चाहिए, मुख्यमंत्री ने भी यही बातें कहीं हैं. हर विषय पर सदन में चर्चा हो, कानून बनाते समय भरपूर चर्चा हो. जब आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे तब चिंता इस बात की है कि सदन में गरिमा गिरती जा रही है. हम सबके लिए चिंता का विषय है कि सदन में चर्चा कम हो रही है. सदन की गरिमा गिर रही है. इसे बरकरार रखना हम सब की जिम्मेदारी है.
हमें यह व्यापक प्रयास करनी चाहिए कि सदन में संवाद हो. सदन की गरिमा बनाए रखें, शालीनता बनाए रखें. ओम बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की मंदिरों को संवाद आधारित बनायें. लोकतंत्र में पक्ष-विपक्ष कार्य संस्कृति के अंदर है. हम राज्य के विकास की योजना कैसे बनाएं इस पर काम होना चाहिए. जनता का कल्याण कैसे करें यह जिम्मेदारी हम सबों की है.
सदन में बैठकों की संख्या घटती जा रही है जो चिंता का विषय है. हमें कोशिश करनी चाहिए कि अधिक से अधिक समय तक सदन में चर्चा हो. आज लोकतंत्र पर विश्व में चर्चा हो रही है. भारत लोकतंत्र की जननी है. हम हमारे लोकतंत्र के मूल्यों को कैसे मजबूत करें? जिनको जनता ने चुन कर भेजा है उनपर सबसे अधिक जिम्मेदारी है. कार्यक्रम का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया. इस मौके पर राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दोनों उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मंच पर मौजूद रहे.