पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए ने देशभर में बिहारी संस्कृति, परंपरा और भावना को प्रदर्शित करने वाले कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। 22 मार्च को आयोजित होने वाले बिहार दिवस के मौके पर एनडीए अपने सांसदों और मंत्रियों को बिहार और उसकी संस्कृति के सप्ताह भर के जश्न के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक भेजेगी।
सूत्रों के अनुसार एनडीए के कई शीर्ष नेता इस अवधि के दौरान होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावे एनडीए के टॉप नेता मसलन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान, ललन सिंह, उपेन्द्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी, संजय झा सहित कई नेता इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में इस बात को भी रेखांकित किया जाएगा कि कैसे ‘डबल इंजन सरकार’ ने बिहार के विकास के लिए निरंतर और अथक प्रयास किया है।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी भी इस बात पर जोर देते रहे हैं कि कभी ‘बीमारू राज्य’ रहा बिहार अब प्रगति के पथ पर अग्रसर है। हालांकि अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। प्रधानमंत्री का बिहार के प्रति कैसा समर्पण है, इसका अंदाजा हालिया केंद्रीय बजट में हुई कई घोषणाओं से लगाया जा सकता है। इसमें सुपरफूड मखाना के लिए बोर्ड बनाने की लंबित मांग को भी मंजूरी दी गई है।
बता दें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बिहार यात्रा 27 और 28 मार्च के लिए निर्धारित है। सूत्रों की मानें तो जदयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और जदयू कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य संजय झा के बीच अमित शाह के साथ एक बैठक के दौरान इस संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि बिहार दौरे पर गृह मंत्री अमित शाह न सिर्फ भाजपा के नेताओं के साथ बल्कि राज्य में एनडीए सहयोगियों के साथ भी कई बैठकें करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा का विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में एऩडीए एक साथ चुनाव लड़ेगा। इसमें भाजपा, जदयू के साथ-साथ चिराग पासवान की लोजपा(रा), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व वाला रालोमो भी साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा।
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं और एनडीए के पास फिलहाल 138 सीटें हैं। इसमें भाजपा के 84 विधायक हैं, जबकि जदयू के 44 विधायक हैं। वहीं, हम के चार विधायक हैं। लोजपा(रा) और रालोमो के एक भी विधायक नही हैं।