Bihar Assembly Elections: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदल का सिलसिला तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में जदयू के पूर्व विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह ने सोमवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्ण अल्लावरु और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। विनोद कुमार सिंह ने एनएसयूआई से राजनीति की शुरुआत की थी। वह लंबे समय से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के साथ जुड़े हुए थे। लेकिन विधानसभा चुनाव नजदीक देख उन्होंने जदयू का तीर छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब विनोद सिंह ने जदयू छोड़ी है। इससे पहले भी उन्होंने जदयू छोड़कर लोजपा का दामन थामा था। लेकिन वर्ष 2021 में दोबारा जदयू में लौट आए थे। अब एक बार फिर उन्होंने जदयू से नाता तोड़ लिया है। विनोद कुमार सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को भेजा है।
पत्र में उन्होंने लिखा है कि वे ”नीतीश कुमार के उच्च नैतिक मूल्यों और सर्वजन हित की विचारधारा से प्रभावित होकर जदयू में शामिल हुए थे। पार्टी की शून्य से शिखर तक की यात्रा में वे साथ रहे और मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से विधान परिषद सदस्य भी बने। संगठन में पद भी मिला।
उन्होंने लिखा कि वर्तमान में जदयू अपनी घोषित नीतियों पर नहीं चल रही है और अब समर्पित कार्यकर्ताओं की पार्टी में कोई अहमियत नहीं रह गई है। ऐसे में पार्टी में बने रहना कठिन हो गया है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जदयू से अलग होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उनके मन में सम्मान और आदर बना रहेगा।
नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले विनोद कुमार सिंह के इस्तीफे को मिथिलांचल में जदयू के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में उनके चुनाव लड़ने की अटकलें भी तेज थीं। अब उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें चुनाव मैदान में उतारती है या नहीं।