सियासत में लोक गायिका मैथिली ठाकुर?, विनोद तावड़े और नित्यानंद राय से मुलाकात, अलीनगर सीट से हो सकती भाजपा उम्मीदवार?
By एस पी सिन्हा | Updated: October 6, 2025 15:57 IST2025-10-06T15:56:31+5:302025-10-06T15:57:12+5:30
Bihar Assembly Elections: भाजपा सूत्रों के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें बिहार की अलीनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है।

file photo
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया है। इस बीच एनडीए और महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे की जंग के बीच एक नया चेहरा राजनीतिक हलकों में छा गया है। देश की जानी-मानी लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने भाजपा के चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की है। विनोद तावड़े ने सोशल मीडिया पर उन्हें बिहार की ‘बिटिया’ बताते हुए शुभकामनाएं दीं, जिससे राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें बिहार की अलीनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जा रहा है।
हालांकि, अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात के बाद मैथिली ठाकुर ने इस खास मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर कीं। मैथिली ने लिखा कि जो लोग बिहार के लिए बड़े सपने देखते हैं, उनके साथ हर बातचीत मुझे दूर दृष्टि और सेवा की शक्ति की याद दिलाती है। हृदय से सम्मानित और आभारी हूं।
नित्यानंद राय जी और विनोद श्रीधर तावड़े जी। इस पोस्ट में मैथिली ने भाजपा नेताओं के साथ मुस्कुराते हुए फोटो साझा किए, जो उनकी गर्मजोशी भरी बातचीत को दर्शाते हैं। वहीं, बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने भी इस मुलाकात को अहम बताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि वर्ष 1995 में बिहार में लालू राज आने पर जो परिवार बिहार छोड़कर चले गए, उस परिवार की बिटिया सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर जी बदलते बिहार की रफ्तार को देखकर फिर से बिहार आना चाहती हैं।
आज गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय जी और मैंने उनसे आग्रह किया कि बिहार की जनता के लिए और बिहार के विकास के लिए उनका योगदान बिहार का सामान्य आदमी अपेक्षित करता है और वे उनकी अपेक्षाओं को पूरा करें। बिहार की बिटिया मैथिली ठाकुर जी को अनंत शुभकामनाएं!”
तावड़े का यह बयान मैथिली के परिवार के पलायन का जिक्र करते हुए बदलते बिहार की कहानी को रेखांकित करता है, जो भाजपा की विकास-केंद्रित चुनावी नैरेटिव से जुड़ता है। बता दें कि मैथिली ठाकुर का जन्म 25 जुलाई 2000 को मधुबनी जिले के बेनीपट्टी गांव में हुआ था। उन्होंने मैथिली संगीत के साथ-साथ शास्त्रीय गायन में भी अपनी विशेष पहचान बनाई है।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत निर्वाचन आयोग ने उन्हें बिहार का स्टेट आइकन बनाया ताकि वे मतदाताओं को जागरूक करने में योगदान दें। इसके अलावा, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें मधुबनी जिले का ब्रांड एंबेसडर और खादी ग्रामोद्योग के प्रचार के लिए भी ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया।
सोशल मीडिया पर उनकी फॉलोइंग भी बड़े पैमाने पर है, जो उन्हें युवा मतदाताओं के बीच प्रभावशाली बनाती है। सियासत के जानकारों अनुसार, मैथिली ठाकुर को अलीनगर से मैदान में उतारने का निर्णय भाजपा के लिए रणनीतिक दांव हो सकता है। बीते दो चुनावों में भाजपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की है।
लेकिन मौजूदा विधायक मिश्री लाल यादव को लेकर नाराजगी और पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से पार्टी का भरोसा कमजोर हुआ है। ऐसे में मैथिली की लोकप्रियता और एंटी-इंकम्बेंसी की संभावनाओं को भुनाने के लिए भाजपा यह कदम उठा सकती है। अलीनगर की सियासत में युवा मतदाताओं और संगीत प्रेमियों का बड़ा समर्थन भाजपा की ओर खिंच सकता है। जानकारों का मानना है कि मैथिली का राजनीतिक सफर मिथिलांचल क्षेत्र में एनडीए के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।