बिहार चुनावः पुष्पम प्रिया न दिखा पाईं कमाल, नोटा से कम वोट, खुद को अगला मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित कर रखा था
By एस पी सिन्हा | Published: November 10, 2020 05:00 PM2020-11-10T17:00:52+5:302020-11-10T17:15:31+5:30
चुनाव के दौरान लोगों की नजर द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी पर टिकी थी. पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से उतरी पुष्पम प्रिया ने अखबारों में विज्ञापन देकर खुद को अगला मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित कर रखा था.
पटनाः बिहार में मुख्यमंत्री पद की ख्वाब देखने वाली व लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ने वाली पुष्पम प्रिया की सोशल इंजीनियरिंग बिहार की राजनीति के पिच पर फेल हो गई.
बिस्फी और बांकीपुर दो सीटों से चुनाव लड़ने वाली पुष्पम प्रिया कभी मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रही थीं और आज जमानत बचाने के भी लाले पड़ गये. चुनाव के दौरान लोगों की नजर द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी पर टिकी थी. पटना की बांकीपुर और मधुबनी की बिस्फी सीट से उतरी पुष्पम प्रिया ने अखबारों में विज्ञापन देकर खुद को अगला मुख्यमंत्री प्रत्याशी घोषित कर रखा था.
पुष्पम प्रिया को दोनों सीटों पर औंधे मुंह गिरना पडा है. इस दौरान पुष्पम प्रिया ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में ईवीएम हैक हो गई है और प्लूरल्स पार्टी के वोट को भाजपा ने अपने पक्ष में कर लिया. सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि बिस्फी सीट पर पुष्पम प्रिया से ज्यादा वोट ’नोटा’ को मिले हैं. बिस्फी सीट पर 11वें राउंड तक पुष्पम प्रिया को केवल 280 वोट मिले थे, जबकि नोटा को 867 वोट. हालांकि अपनी निश्चित और करारी हार को देखते हुए पुष्पम प्रिया अब ईवीएम को जिम्मेवार मानने लगी हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. अपने पहले ट्वीट में पुष्पम ने कहा कि बिहार में ईवीएम हैक हो गई है. इसके बाद अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि बूथ वाइज डाटा देखिए, प्लूरल्स के वोट चोरी हो रहे हैं. वहीं अपने तीसरे ट्वीट में कहा कि भाजपा ने चुनाव में धांधली की और सभी बूथों पर प्लूरल्स के वोट एनडीए को ट्रांसफर हो रहे हैं.
यहां बता दें कि पुष्पम प्रिया चौधरी जदयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं. इस चुनाव में पुष्पम प्रिया ने प्लूरल्स के नाम से अलग पार्टी बनाई और खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया था. पुष्पम को अभी बांकीपुर में 650 और बिस्फी में 250 से ज्यादा वोट मिले. बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर की नजर है. मूल रूप से दरभंगा की रहने वाली पुष्पम ने लंदन के मशहूर लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है.
लंदन रिटर्न पुष्पम को बिहार राजनीति में अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी. हालांकि, एक समय में उनके पिता जेडीयू में थे. लेकिन इस चुनाव में पुष्पम ने अलग ही पार्टी बनाकर मैदान में उतरीं. पुष्पम प्रिया ने अपने पहले चुनाव में साफ सुथरी छवि वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षक, डॉक्टर और अन्य पेशेवरों को टिकट देने की कोशिश की.
पुष्पम ने मार्च के बाद से ही बांकीपुर में गांवों का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बात किया. पुष्पम प्रिया ने एक साल पहले हिंदी-अंग्रेजी के तमाम बडे़ अखबारों के पहले पन्ने पर फुल पेज विज्ञापन दिया था और इसमें उन्होंने खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था.