Bihar Elections 2020: पीएम ने राजद-कांग्रेस पर बोला जोरदार हमला, कहा- "अनकर धन पाई, तो नौ मन तोलाई"
By एस पी सिन्हा | Published: November 3, 2020 08:55 PM2020-11-03T20:55:24+5:302020-11-03T20:56:26+5:30
बिहार ने डबल युवराजों को नकार दिया है और इस बार फिर से एनडीए की ही सरकार बनेगी. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि पहले मतदान नहीं होता था, बल्कि मत को छीन लिया जाता था.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फारबिसगंज और सहरसा में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए राजद-कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने कहा कि इन लोगों ने पहले चुनाव को मजाक बनाकर रख दिया था. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि बिहार में एनडीए की ही सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि बिहार ने डबल युवराजों को नकार दिया है और इस बार फिर से एनडीए की ही सरकार बनेगी. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि पहले मतदान नहीं होता था, बल्कि मत को छीन लिया जाता था.
अपनी पहले की चुनावी रैलियों की ही तरह प्रधानमंत्री ने 15 साल के पहले के लालू राज पर हमला किया. मोदी ने कहा कि बिहार में परिवारवाद की हार और लोकतंत्र की जीत हो रही है. यहां रंगबाजी और रंगदारी की हार और विकास की जीत होगी. घोटाला हारेगा और लोगों का श्रम जीतेगा.
गुंडागर्दी हारेगी और कानून का राज लाने वाले जीतेंगे. लालू-राबड़ी के शासनकाल को जंगलराज बताते हुए उन्होंने कहा कि जंगलराज वाले गरीबों को घरों में कैद कर उनके बदले खुद ही वोट डाल देते थे. गरीबों को वोट देने का असली अधिकार एनडीए ने दिया है. एनडीए ने ही गरीबों, दलितों, पिछड़ों व अतिपिछड़ों को अपनी पसंद के उम्मीदवार चुनने का हक दिया है.
कांग्रेस पर हमलावर मोदी ने एक स्थानीय कहावत की चर्चा करते हुए कहा- "अनकर धन पाई, तो नौ मन तोलाई." बताया कि स्वार्थ का भाव यह है कि दूसरे का पैसा जितना चाहे लूटो. उन्होंने कहा कि झूठ बोल-बोलकर कांग्रेस ने देश के लोगों को बडे़-बडे़ सपने दिखाए. कांग्रेस दशकों पहले से गरीबी हटाने की बात कर रही थी.
इतिहास गवाह है कि इन लोगों ने जनता को लंबे समय तक बरगलाया
इतिहास गवाह है कि इन लोगों ने जनता को लंबे समय तक बरगलाया, लेकिन लंबे समय तक मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है. आज कांग्रेस की हालत यह है कि उसके पास लोक सभा व राज्यसभा में सौ सांसद भी नहीं हैं. ऐसा जनता के साथ विश्वासघात का नतीजा है. चुनाव से पहले कहते थे गरीबी हटाएंगे, किसान का कर्जा माफ करेंगे, टैक्स कम करेंगे. बातें बहुत कीं, लेकिन इतिहास गवाह है, दस्तावेज गवाह हैं कि इन्होंने इसमें से एक भी काम नहीं किया, सिर्फ लोगों को गुमराह किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपके एक वोट की ताकत कम मत आंकना. जिस प्रकार से श्रीकृष्ण ने एक उंगली पर गोवर्धन को उठाया था, जिस प्रकार से ग्वालों ने समर्थन किया था, वैसे ही आपकी उंगली पर लोकतंत्र के सौभाग्य का चिह्न लगने वाला है. आपके एक-एक वोट की ताकत बिहार के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है. बिहार के लोग आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर बिहार के लिए प्रतिबद्ध हैं, कटिबद्ध हैं. बीते वर्षों में एक नए उदीयमान, आत्मनिर्भर और गौरवशाली अतीत से प्रेरित बिहार की नींव रखी जा चुकी है. अब इस मजबूत नींव पर एक भव्य और आधुनिक बिहार के निर्माण का समय है.
बिहार में वह लोग भूखे पेट होने का दावा कर रहे हैं जो पूरा खजाना खा गए थे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में वह लोग भूखे पेट होने का दावा कर रहे हैं जो पूरा खजाना खा गए थे. उन्होंने कहा कि बिहार में एक कहावत है- "सबकुछ खइनी एगो भूंजा ना चबैनी." हमे यह नहीं भूल जाना चाहिए कि भरपेट खाना खाने वाले अब भूंजा पर नजर गड़ाए बैठे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के संकटकाल में बिहार के लोग अपने घरों से निकल रहे हैं, इतनी बडी संख्या में मतदान कर रहे हैं. लोकतंत्र की इतनी बडी ताकत, लोकतंत्र के प्रति हर बिहारी का इतना बड़ा समर्पण ये पूरे विश्व के लिए एक भरोसा जगाने वाली घटना है.
कोरोना जैसे कठिन समय में इतनी सावधानियों के साथ चुनाव कराने के लिए मैं देश के चुनाव आयोग को लाख-लाख बधाई देता हूं. मैं बिहार की धरती से चुनाव आयोग, प्रशासन के कर्मचारियों और सुरक्षा बलों के जवानों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं.प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जंगलराज ने बिहार के साथ विश्वासघात किया, उसे बिहार के नागरिक अच्छी तरह जानते हैं. उन्होंने कहा कि गरीब-गरीब की बात करने वालों ने बिहार के गरीबों को चुनावों से दूर किया.
बिहार में जंगलराज लाने वालों के साथियों को भारत माता से दिक्कत
मोदी विपक्ष पर बरसते हुए कहा- सोचिए, बिहार में जंगलराज लाने वालों के साथियों को भारत माता से दिक्कत है. कभी एक टोली कहती है कि भारत माता की जय के नारे मत लगाओ, कभी दूसरी टोली को भारत माता की जय से सिरदर्द होने लगता है. ये भारत माता के विरोधी अब एकजुट होकर बिहार के लोगों से वोट मांग रहे हैं.प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बिहार में अहंकार-घोटाला हार रहा है और परिश्रम जीत रहा है. बिहार वो दिन भूल नहीं सकता, जब चुनाव को मजाक बनाकर रख दिया गया था.
बिहार में उस वक्त चुनाव का मतलब हिंसा, हत्याएं और बूथ कैप्चरिंग था. तब मत छीन लिया जाता था और वोटों की लूट होती थी. उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाएं आज मोदी के साथ चलने को तैयार हैं. अगर अभी बिहार में पहले जैसे हालात होते तो गरीब मां का बेटा पीएम नहीं बन पाता. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में आज बिना किसी भेदभाव के लोगों को विकास का लाभ मिल रहा है, सरकार की ओर से गैस सिलेंडर, शौचालय, आयुष्मान भारत जैसी मदद गरीबों को दी गई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद एक बात साफ हो गया है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. बिहार की जनता ने डंके की चोट पर संदेश दिया है कि उन्होंने जंगलराज और डबल युवराज को सिरे से नकार दिया है. बिहार के लोगों को पता है कि कौन राज्य का विकास करेगा और कौन परिवार का विकास करेगा. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच बिहार ने बड़ा संदेश दिया है. दुनिया में हड़कंप मचा है. दूसरी तरफ बिहार के लोग घरों से निकल कर मतदान कर रहे हैं.
यहां के लोगों के जेहन में लोकतत्र कितनी गहराई से बैठा हुआ
यहां के लोगों के जेहन में लोकतत्र कितनी गहराई से बैठा हुआ है, यह पूरी दुनिया के लिए बडा संदेश है. विश्व के लोगों को सोचना होगा कि बिहार के लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. इसी धरती ने मानव जाति को लोकतंत्र दिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार की योजनाओं का बखान किया साथ ही विपक्ष पर निशाना भी साधा. कहा कि बीते दशक में बिहार से जंगलराज के प्रभाव को कम किया है. अब आने वाले दशक में इतना विकास होगा कि बिहार उड़ाडान भरेगा.
उन्होंने कहा कि आज एनडीए के विरोध में जो खडे़ हैं वो इतना कुछ खाने के बाद फिर बिहार को लालच की नजरों से देख रहे हैं. बिहार की पवित्र भूमि ने ठान लिया है कि इस नए दशक में बिहार को नई ऊंचाई पर पहुंचाएंगे.उन्होंने कहा कि अगर बिहार में पहले जैसे ही हालात होते, तो सच मानिए, गरीब मां का ये बेटा कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाता, आपका प्रधान सेवक नहीं बन पाता.
आज जब गरीब को अपना अधिकार मिला है, तो वो उसने देश की राजनीति की दिशा तय करने की कमान भी खुद संभाल ली है. बिहार अब उन लोगों को पहचान चुका है जिनका एकमात्र सपना है कि किसी तरह लोगों को डराकर, अफवाह फैलाकर, लोगों को बांटकर किसी भी तरह से सत्ता हथिया लेना है. उन्होंने कहा कि इनकी तो बरसों से यही सोच है, इन्होंने यही देखा है, यही समझा है, यही सीखा है. कुछ लोगों को ये परेशानी है कि मोदी चुनाव क्यों जीतता है?
मोदी चुनाव इसलिए जीतता है क्योंकि माताओं-बहनों की चिंता दूर करने का काम मोदी करता
मोदी चुनाव इसलिए जीतता है क्योंकि माताओं-बहनों की चिंता दूर करने का काम मोदी करता है. इसलिए माताएं मोदी को आशीर्वाद देती रहती हैं. इसलिए ये गरीब का बेटा, गरीबों की सेवा में अपना जीवन खपाता रहता है. गरीब की दिक्कतों को जो समझते हैं, वही गरीब के लिए काम करते हैं. गरीब-गरीब की माला जपते हुए मूर्ख बनाकर अपने महल बनाने वाले, अपने दूर के रिश्तेदारों तक के लिए महल बनाने वाले लोग, आपका दर्द नहीं समझ सकते.
उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार की पहचान बहुत सी नकारात्मक बातों से होने लगी थी. इस पहचान के जिम्मेदार कौन थे? मुझसे ज्यादा पहले के हालातों को बिहार से लोग जानते हैं. बिहार का बच्चा-बच्चा दुनिया में कहीं पर भी हो, इन बातों को भली-भांति जानता है. आज बिहार की पहचान बदल रही है. कुछ दिनों पहले ही बिहार के हर गांव को ब्रॉडबैंड इंटरनेट से जोड़ने के अभियान की शुरुआत हुई है. इससे बिहार के युवा घर बैठे ही देश और दुनिया में अच्छी पढ़ाई और बिजनेस के अवसरों से जुड़ पाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनधन योजना के तहत बिहार में लगभग 5 करोड बैंक खाते खुले, इसमें आधे से अधिक महिलाओं के खुले. लोगों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोडा जा रहा है. जिससे मछली पालकों को फायदा होगा. मछली पालन के लिए 20 हजार करोड़ रुपए खर्च होगा. पशुओं की बीमारी से बचने के लिए मदद दी जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने आने वाले धनतेरस, दिवाली और छठ पूजा में लोकल सामान खरीदने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि त्योहारों में लोकल चीजें ही खरीदें. जब आसपास के सामान खरीदेंगे तो दिवाली आपके घर में ही नहीं बल्कि उस गरीब के घर में भी दिवाली होगी, जहां से आपने सामान खरीदा है. तब आपका दिवाली मनाने का उत्साह भी बढ जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 4 दशक पहले आपके बाबा-परबाबा युवा थे, वो जेपी आंदोलन से जुडकर बिहार को बदला था. इसके बाद 2005 में आपके पिता और और आपके माता के हाथ एक जिम्मेदारी आई तो उन्होंने 15 साल के जंगलराज को सुशासन में बदला. पहले दादा-परदादा ने फिर आपके माता-पिता ने लडाई लडी. अब आधुनिक बिहार बनाने के लिए बिहार के नौजावनों को आगे आना होगा.
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार यानि आईटी युग, दुग्ध प्रोसेसिंग, सैकडों किसानों उत्पादक संघों का निर्माण, स्थानीय उद्यमियों का विकास, कुटीर उद्योगों का विकास, मातृ भाषा में मेडिकल और इजीनिंरिंग की हिंदी में पढाई, आईटी पार्क, हर गांव में इंटरनेट, छठी कक्षा के बाद सभी छात्रों को कंप्यूटर की शिक्षा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार की एनडीए की सरकार में लक्ष्य कितना भी बडा क्यों न हो हर चुनौती में सफल होना है. कोरोना संकट में आप सरकार की ताकत नहीं बनते तो प्रलय मच जाता. आज पूरी दुनिया ये देखकर हैरान है कि भारत कैसे अमेरिक और यूरोप की कुल आबादी से भी ज्यादा लोगों के लिए राशन दे रहा है? बीते 8 महीनों में पूरी तन्यमयता से व निष्ठा से गरीबों की सेवा की जा रही है. इसके लिए किसानों को मैं नमन करता हूं. उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में नीतीश जी की सरकार ने आत्मनिर्भर बिहार की नींव रखी है.
सभी मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं. देर रात तक सडकें आबाद रहती हैं. बिहार असुरक्षा और आरजकता को पीछे छोड चुका है. मोदी ने कहा कि जनता ने साफ संकेत दे दिए हैं कि नीतीश के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनाने जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के नौजवानों और अन्य लोगों के सामर्थ्य को सराहा और कहा कि बिहार में सामर्थ्य की कोई कमी नही है. बिहार का सामर्थ्य हर नौजवान, उर्जावान बहन-बेटियों से क्रांतिकारी मिट्टी से, गरीबों, दलितों और पिछड़ों की संकल्प से बनता है. बिहार के जंगलराज ने सामर्थ्य से जो खिलवाड किया वो सभी जानते हैं. ये बदलाव लाने के लिए जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है.