बिहार चुनावः मोकामा में अनंत सिंह 18000 वोटों से आगे निकले, जानिए आंकड़े
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 10, 2020 03:22 PM2020-11-10T15:22:46+5:302020-11-10T15:24:01+5:30
2015 के चुनाव में उन्हें किसी भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया लेकिन उसके बावजूद अनंत सिंह जीते और मोकामा से विधायक बने, 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रत्याशी नीरज कुमार 18 हजार वोटों से हराया था।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की हॉट सीट्स में से एक मोकामा विधानसभा सीट पर अनंत सिंह की धमक बरकरार है। वह 18000 से ज्यादा वोटों से आगे हैं। जदयू के राजीव लोचन नारायण पीछे चल रहे हैं।
राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अनंत सिंह को अभी तक 30691 वोट मिला है, वहीं राजीव लोचन को मात्र 12958 वोट मिले है। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन पर बढ़त बनाए हुए है। इसे लेकर जहां भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) के कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है वहीं राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल दिख रहा है।
पटना जिले में बिहार की राजनीति जिस बाहुबली की चर्चा अक्सर होती है वह हैं मोकामा से विधायक अनंत सिंह। अपना पहला चुनाव जदयू से लड़ने वाले अनंत सिंह ने इस बार राजद के टिकट से चुनाव लड़ा है, 2015 के चुनाव में उन्हें किसी भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया लेकिन उसके बावजूद अनंत सिंह जीते और मोकामा से विधायक बने, 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रत्याशी नीरज कुमार 18 हजार वोटों से हराया था।
हालांकि अभी भी उन्हें उम्मीद है कि नतीजे उनके पक्ष में आएंगे। बीर चंद पटेल मार्ग पर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में जहां एक्जिट पोल के अनुमान आने के बाद पिछले तीन दिनों से सन्नाटा पसरा हुआ था वहीं आज शुरुआती रूझानों के बाद वहां गहमागहमी बढ़ गई है और कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता चेहरे पर मुस्कान लिए पार्टी कार्यालय पहुंचे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल खुद पार्टी कार्यालय में मौजूद थे और लगातार चुनावी नतीजों पर नजर बनाए हुए हैं।
बिहार भाजपा के प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर ने कहा कि भाजपा और जदयू के गठबंधन ने ‘‘डबल इंजन’’ सरकारों की तरह काम किया है और राज्य की जनता ने अपना आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को पता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही राज्य के विकास को गति दे सकते हैं। लिहाजा राज्य की जनता ने राजग पर पुन: अपना विश्वास जताया है।’’ नीतीश कुमार अपने आधिकारिक आवास पर है और चुनावी मतगणना पर नजर गड़ाए हुए हैं वहीं पार्टी के नेता धीरे-धीरे पार्टी कार्यालय पहुंचने लगे हैं। राजद और भाजपा का कार्यालय बेहद करीब है। बिहार प्रदेश जद(यू) अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि उन्हें शुरुआत से ही भरोसा था कि राज्य की जनता सत्ताधारी गठबंधन के साथ है ताकि विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।