बिहार एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं! यूपी चुनाव का असर, VIP प्रमुख मुकेश सहनी के तेवर हुए और तल्ख
By एस पी सिन्हा | Published: January 21, 2022 09:03 PM2022-01-21T21:03:39+5:302022-01-21T21:03:39+5:30
मुकेश सहनी ने शुक्रवार को कहा कि निषाद को आरक्षण मिल जाए तो वे योगी जिंदाबाद और मोदी जिंदाबाद कहेंगे. वरना मुर्दाबाद ही कहते रहेंगे.
पटना: यूपी चुनाव 2022 में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उतरने के बाद से बिहार एनडीए में सबकुछ सही नहीं चल रहा है. बिहार सरकार के मंत्री और वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी के तेवर दिनों दिन लगातर तल्ख होते जा रहे हैं. पार्टी विधायकों के बगावत करने के सवाल पर उन्होंने कहा है कि इसकी परवाह वह नही करते हैं, जिसे जहां जाना है, जाए.
मुकेश सहनी ने लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान का उदाहरण देते हुए कहा कि बगावत से क्या हुआ? चिराग और मजबूत हो गए हैं. चिराग पासवान के तो चाचा और भाई ने साथ छोड़ दिया. लेकिन उससे क्या हो गया चिराग जी खत्म हो गए क्या? वे तो और मजबूत हो गए. इतिहास गवाह है कि जब किसी को आप खंजर घोंपेंगे तो उसका बदला लेगा.
सहनी ने कहा कि उनके दम पर बिहार की सरकार चल रही है. यह पूछे जाने पर कि उनके निर्णय के साथ वीआईपी के विधायक हैं या नहीं इसपर उन्होंने कहा कि इसकी परवाह उन्हें नहीं है. विधायक मजबूती से हैं और रहेंगे. लेकिन विधायक स्वतंत्र हैं. उन्हें जो निर्णय लेना है लें. लोग आते-जाते रहेंगे. जिन्हें रहना है वे रहेंगे, जिन्हें जाना है जाएंगे. हम तो बनाने वाले हैं और बनाते रहेंगे.
'मेरे दम पर चल रही है बिहार की सरकार'
सहनी ने कहा कि मेरे दम पर सरकार चल रही है. यदि मैं उस दिन पत्र नहीं देता तो बिहार में सरकार नहीं बनती. यदि ज्यादा दिक्कत है तो निकाल दें मुझे सरकार से. हमारे दम पर जी रहे हो. निकाल दो मुझे मंत्रिमंडल से.
मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद को आरक्षण दे दें तो वे योगी जिंदाबाद और मोदी जिंदाबाद कहेंगे. वरना मुर्दाबाद ही कहते रहेंगे. उन्होंने कहा कि वे हर हाल में आरक्षण लेकर रहेंगे. आ कर के मोदी जी बोल दें कि जो मांग है वह सही नहीं है. बंगाल में, दिल्ली में निषादों को आरक्षण है तो बिहार और यूपी में क्यों नहीं? उनसे कहा जाता है कि मोदी-योगी जिंदाबाद कहें. वे क्यों कहें?
मुकेश सहनी ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी को लाने का काम हमने भी किया है. 2014 और 15 में हमने उनका साथ दिया. आरक्षण के नाम पर ही 2019 में उनसे दूर हुआ. वहीं, मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद को लेकर उन्होंने कहा कि यदि हम चाहते तो वे सांसद नहीं होते. हम अपनी विचारधारा को लेकर जी रहे हैं. आप लोगो को जो करना है कर लो. बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में अलग लड़ रहे मुकेश सहनी यूपी की सरकार पर भी हमलावर रहते हैं.
भाजपा नेतृत्व ने अपने नेताओं को सब्र रखने को कहा
इस बीच, बिहार में एनडीए में छिड़े घमासान को लेकर भाजपा के नेतृत्व ने अपने नेताओं को फरमान जारी कर दिया है कि वे 10 मार्च तक सब्र रखें. 10 मार्च को उत्तर प्रदेश का चुनाव सम्पन्न हो जायेगा. उसके बाद परिस्थिति देख कर जवाब दिया जायेगा. भाजपा नेतृत्व ने मुकेश सहनी पर ताबड़तोड़ हमला कर रहे अपने सांसद अजय निषाद को फिलहाल शांत रहने को कहा है.
सूत्रों के मुताबिक तारकिशोर प्रसाद ने अजय निषाद को पार्टी हाईकमान का संदेश दिया. तारकिशोर गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे. उन्होंने अजय निषाद को बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव संपन्न होने तक बिहार में कोई फसाद नहीं करना है. यूपी चुनाव खत्म होने के बाद बिहार के बारे में विचार किया जायेगा.