मुंबई, आठ दिसंबर महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल के नेतृत्व में मंगलवार को भारत बंद का समर्थन किया। केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर बंद का आयोजन किया गया।
महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री पाटिल ने आंदोलनकारी किसानों से एकजुटता दिखाने के लिए काली पट्टी बांधी।
पाटिल ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘‘ मैं आज काली पट्टी बांध रहा हूं ताकि किसानों का समर्थन कर सकूं।
यह पूछने पर कि भाजपा ने दावा किया है कि नये कृषि कानूनों में वही प्रावधान हैं जिनका समर्थन राकांपा प्रमुख शरद पवार ने संप्रग सरकार में कृषि मंत्री रहते हुए किया था, तो पाटिल ने कहा कि राजग के मुख्य सहयोगी को वर्षों पहले लिखे गए पत्रों का इस्तेमाल कर वर्तमान मुद्दों पर रूख लेने की जरूरत नहीं है।
पाटिल ने कहा कि अगर ‘‘वे शरद पवार साहेब का इतना ही सुनते हैं तो साहेब ने कई सुझाव दिए (भाजपा नीत राजग सरकार को) कि किस तरह से किसानों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है.... तो फिर उन्हें केंद्र को स्वीकार करना चाहिए।’’
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी उपनगर चेंबूर में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने इसे ऐसी पार्टी बताया जो किसानों के उत्पाद ‘‘लूटती’’ है।
राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने किसानों के साथ केंद्र सरकार की वार्ता की वकालत की।
बारामती की सांसद ने मराठी में ट्वीट किया, ‘‘किसान हमें भोजन मुहैया कराते हैं। यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि अगर समाज का कोई वर्ग गुस्से में है तो वह (समस्या का) समाधान वार्ता के माध्यम से करे।’’
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और राकांपा के नेता राजेश टोपे ने ट्विटर पर आंदोलनकारी किसानों का समर्थन किया।
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