मुंबई में छठ पर समुद्र तटों पर भीड़भाड़ नहीं लगने दी जाएगी: बीएमसी
By भाषा | Published: November 8, 2021 08:42 PM2021-11-08T20:42:45+5:302021-11-08T20:42:45+5:30
मुंबई, आठ नवंबर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को रोकने के प्रयास के तहत मुंबई में समुद्र तटों पर आगामी छठ पूजा पर भीड़भाड़ नहीं लगने दी जाएगी।
संशोधित दिशानिर्देश के अनुसार, बीएमसी उसके बजाय शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में कृत्रिम तालाब बनायेगी एवं इस काम का सारा खर्च वह वहन करेगी।
उसने कहा कि केवल वे नागरिक ही इस पूजा में भाग ले सकते हैं, जो कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक ले चुके हैं।
शिवसेना के नियंत्रण वाली बीएमसी ने पुलिस विभाग से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि छठ पूजा पर समुद्र तटों पर भीड़भाड़ न हो। छठ पूजा मुख्यत: बिहार के लोग मनाते हैं और इस बार छठ 10 और 11 नवंबर को है।
बीएमसी ने कहा कि संबंधित क्षेत्रीय अधिकारी कृत्रिम तालाब बनाने एवं त्योहार संपन्न हो जाने के बाद उन्हें भरने के लिए जिम्मेदार होंगे।
सीमित तरीके से छठ मनाने के पीछे की वजह स्पष्ट करते हए बीएमसी ने कहा कि मुंबई में एक अक्टूबर से छह नवंबर तक कोविड-19 के 1753 मामले सामने आये हैं।
उसने कहा कि चूंकि कोविड-19 की तीसरी लहर के आने की आशंका है इसलिए सीमित तरीके से यह त्योहार मनाना जरूरी है। उसने कहा, ‘‘ छठ पूजा पर मुंबई में समुद्र तटों पर आमतौर पर भारी भीड़ जुटती है, उसे ध्यान में रखते हुए महामारी के नियमों खासकर एक-दूसरे से दूरी बनाये रखने का पालन कर पाना मुश्किल होगा। इसलिए समुद्र तटों पर भीड़भाड़ से बचने की जरूरत है तथा पुलिस विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी भीड़भाड़ न हो।’’
बीएमसी ने छठ पूजा पर बंद परिसर और खुले परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या भी क्रमश: 100 और 200 सीमित कर दी है। उसने क्षेत्रीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि कृत्रिम तालाबों पर अधिक भीड़भाड़ न हो तथा कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन हो।
अगले साल के प्रारंभ में बीएमसी के चुनाव होने वाले हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।