राजस्थान: पीएम मोदी ने किया रिफाइनरी का शुभारम्भ, एक लाख नौकरियों की मिलेगी सौगात
By रामदीप मिश्रा | Published: January 16, 2018 09:19 AM2018-01-16T09:19:38+5:302018-01-16T14:44:18+5:30
साल 2013 में तत्कालीन सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था।
बाड़मेर जिले के पचपदरा में मंगलवार (16 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान रिफाइनरी के कार्य का शुभारम्भ कर दिया। इसे राजस्थान की प्रगति के इतिहास में एक एतिहासिक कदम बताया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने वसुंधरा सरकार ने हमला बोला है और उसका कहना है कि जिस रिफाइनरी का शिलान्यास पहले ही हो चुका है उसका शुभारंभ दोबारा क्यों किया जा रहा है।
साल 2013 में तत्कालीन सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हाथों रिफाइनरी का शिलान्यास करवाया था। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार आते ही सीएम वसुंधरा राजे ने घाटे का सौदा बताकर बंद करवा दिया था। इसके बाद एक बार फिर रिफाइनरी के कार्य का शुभारंभ होने जा रहा है।
रिफाइनरी के कार्य के शुभारम्भ के बाद प्रदेश को 34 हजार करोड़ की अतिरिक्त आय होगी। यह देश की सबसे आधुनिक रिफाइनरी होगी, जिसमें प्रदेश का 43 हजार 129 करोड़ का अब तक सबसे बड़ा निवेश होगा।
राजस्थान रिफाइनरी पब्लिक सेक्टर में देश का पहला इन्टिग्रेटिड रिफाइनरी व पेट्रीकेमिकल कॉम्पलेक्स है जिसमे प्लास्टिक, फाइबर, पेन्ट, रबर जैसे अनेक सहायक उद्योगों का भी विकास होगा और प्रदेश में कई हजार नए रोजगार के अवसर बनेंगे जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति को प्रगति के पंख लगेंगे।
राजस्थान रिफाइनरी से संबंधित सभी स्वीकृतियां पूरी हो चुकी हैं और सभी तैयारियों के साथ काम शुरू किया गया है। राजस्थान रिफाइनरी वर्ष 2022-23 तक तैयार हो जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि चार साल की कड़ी मेहनत के बाद प्रदेश को अत्याधुनिक रिफाइनरी की सौगात मिलने जा रही है। अब रिफाइनरी का काम रुकने वाला नहीं है। इसका काम तेजी से होगा और पचपदरा में लगने वाली यह रिफाइनरी देशभर के लिए एक मॉडल बनेगी।