बरेली हिंसाः वर्ष 1997 में 5,055 रुपये लिए उधार, फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद मौलाना तौकीर रजा ने 5,055.40 रुपये मूलधन और 24,013.60 रुपये ब्याज सहित कर्ज चुकाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 13, 2025 20:23 IST2025-10-13T20:21:20+5:302025-10-13T20:23:24+5:30
Bareilly violence: “आई लव मोहम्मद’ अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन के दौरान 26 सितंबर को बरेली में हुई हिंसा में तौकीर रजा का नाम सामने आने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने उनके वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की और पाया कि उन पर बकाया ऋण है।”

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Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद मौलाना तौकीर रजा ने सोमवार को बदायूं जिले की एक सहकारी समिति का लगभग तीन दशक पुराना कर्ज चुका दिया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार, रजा ने वर्ष 1997 में रसूलपुर पुट्ठी साधन सहकारी समिति से खाद खरीदने के लिए 5,055 रुपये उधार लिए थे लेकिन वह राशि चुकाने में विफल रहे। उन्होंने बताया, “आई लव मोहम्मद’ अभियान के तहत विरोध प्रदर्शन के दौरान 26 सितंबर को बरेली में हुई हिंसा में तौकीर रजा का नाम सामने आने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने उनके वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की और पाया कि उन पर बकाया ऋण है।”
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद रजा के बरेली स्थित आवास पर एक वसूली नोटिस चस्पा कर दिया गया, जिसमें 15 दिनों के भीतर भुगतान करने का निर्देश दिया गया। समिति के सचिव हृदयेश कुमार सिंह ने बताया कि मौलाना के प्रतिनिधि शाह नवाज खान ने समिति से संपर्क कर रजा की ओर से बकाया राशि चुकाने की इच्छा जताई।
सिंह ने बताया, “हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और उन्हें बदायूं स्थित जिला सहकारी बैंक बुलाया।” सहकारी बैंक के महाप्रबंधक हरि बाबू भारती ने बताया कि कुल 30,522 रुपये जमा किए गए, जिसमें 5,055.40 रुपये मूलधन, 24,013.60 रुपये ब्याज और वसूली शुल्क शामिल थे। उन्होंने बताया कि भुगतान के बाद शाह नवाज खान को एक रसीद जारी की गई।