2020 में बैंकों को चूना लगाने के मामलों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, आंकड़ा 67 हजार करोड़ के पार, दिल्ली पहले नंबर पर
By हरीश गुप्ता | Published: January 12, 2021 07:38 AM2021-01-12T07:38:09+5:302021-01-12T07:51:54+5:30
Bank fraud case: सीबीआई की रिपोर्ट बताती है कि 2019 के 91 मामलों की तुलना में इस साल उसके द्वारा दर्ज 543 मामलों में से 196 बैंकों के साथ धोखाधड़ी के थे।
पिछले वर्ष में जबकि लॉकडाउन के कारण जिंदगी ठप सी पड़ी थी, बैंकों को धोखाधड़ी के कारण चूना लगाने के रिकॉर्ड मामले देखने को मिले। एक मोटे अनुमान के मुताबिक बैंकों के साथ धोखाधड़ी का आंकड़ा तीन गुना बढ़कर 67000 करो़ड़ रुपये के पार चला गया था।
सीबीआई की वर्ष 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के 91 मामलों की तुलना में ज्यादा मामले दर्ज किए गए। वर्ष 2020 में सीबीआई द्वारा दर्ज 543 मामलों में से 196 तो बैंकों के साथ धोखाधड़ी के ही थे। वर्ष 2020 में बैंकों की नींद उड़ा देने वाला धोखाधड़ी का आंकड़ा 67319.40 करोड़ रुपये रहा।
वर्ष 2019 में यह 19830.14 करोड़ था। बैंकों के साथ धोखाधड़ी के 27 मामलों का ही योगदान 53379.38 करोड़ रुपये (79.29 %) रहा. यह सभी मामले 500 करोड़ रुपये से ज्यादा के थे।
47 मामले 100 से 500 करोड़ रुपये के दरमियान थे। यह आंकड़ा 9,423.78 करोड़ (13.99 %) रहा। वर्ष 2017 में जहां तमाम मामलों में से बैंकों से धोखाधड़ी के केवल तीन फीसद मामले थे तो यह आंकड़ा वर्ष 2020 में 36% तक पहुंच गया।
दिल्ली में 50 और मुंबई में 30 मामले
साल 2020 में बैंकों के साथ धोखाधड़ी के मामलों में दिल्ली ने मुंबई को पछाड़ दिया। दिल्ली में इस तरह के 50, मुंबई में 30 के अलावा पुणे, नागपुर और चेन्नई यूनिट ने 17 मामले दर्ज किए। गुजरात के गांधीनगर में 16 मामले दर्ज किए गए।
चर्चित मामलों की बात करें तो यह बैंक, डीएचएफएल, आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स, अवथा समूह, सुराना कॉर्पोरेशन, तेदेपा नेता रायपति संबासिव राव से जुड़ी ट्रांसट्रॉय का 7926.01 करोड़ रुपये और एजुकोम्प सॉल्यूशन का 1995 करोड़ रुपये का मामला सामने आया।