अमरावती: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के कारण राज्य में विरोध प्रदर्शन की आग भड़क चुकी है।
चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) द्वारा बुलाया गया दिन भर का बंद सोमवार सुबह राज्य में शुरू हुआ।
नायडू की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए टीडीपी नेता और कार्यकर्ता विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर उतर आए। विरोध कर रहे कई नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी देखी गई। विरोध को विफल करने के लिए पुलिस ने लगातार तीसरे दिन पार्टी के कई शीर्ष नेताओं को नजरबंद कर दिया।
दरअसल, पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू पर कथित भ्रष्टाचार का आरोप लगा है जिसके जांच सीआईडी कर रही है। सीआईडी ने अपनी चार्जशीट में नायडू को आरोपी बताया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद विजयवाड़ा की एक अदालत द्वारा नायडू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। नायडू के जेल जाने के बाद पुलिस ने राज्य भर में रैलियों, जुलूसों और बैठकों पर प्रतिबंध लगाते हुए निषेधाज्ञा लागू कर दी।
टीडीपी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए
सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन करते हुए, टीडीपी कैडर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सोमवार सुबह सड़कों पर उतर आए। चित्तूर जिले के कुप्पम शहर में, टीडीपी कार्यकर्ताओं ने राजमार्ग पर टायर जलाकर और बोल्डर रखकर सड़क नाकाबंदी की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर थाने भेज दिया।
टीडीपी कार्यकर्ताओं ने आरटीसी बसों को चलने से रोकने की कोशिश की श्रीकाकुलम में आरटीसी परिसर में तनाव व्याप्त हो गया क्योंकि टीडीपी कार्यकर्ताओं ने आरटीसी बसों को चलने से रोकने की कोशिश की।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। नेल्लोर जिले के आत्मकुर आरटीसी डिपो पर प्रदर्शन कर रहे टीडीपी कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह का विरोध प्रदर्शन विजयनगरम जिले के आरटीसी बस स्टैंड पर भी किया गया।
गौरतलब है कि तिरूपति में वाईएसआर कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सड़क पर बैठे महिलाओं समेत टीडीपी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इच्छापुरम विधायक बी. अशोक को घर में नजरबंद कर दिया। श्रीकाकुलम जिले के रामय्यापेटा में उनके घर के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। नेल्लोर ग्रामीण विधायक कोटामरेड्डी श्रीधर रेड्डी को तीसरे दिन भी घर में नजरबंद रखा गया।
मालूम हो कि टीडीपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू ने बंद का आह्वान किया है। विजयवाड़ा की एक अदालत द्वारा नायडू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद टीडीपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू ने रविवार रात बंद का आह्वान किया।
अत्चन्नायडू ने कहा कि बंद का आह्वान चंद्रबाबू नायडू की 'अवैध' गिरफ्तारी, टीडीपी कैडरों पर क्रूर हमलों और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की प्रतिशोध की राजनीति के विरोध में है। उन्होंने लोगों, विभिन्न संगठनों और "लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी लोगों से लोकतंत्र को बचाने के लिए बंद में स्वेच्छा से भाग लेने की अपील की।"
नंद्याल ने नायडू हुए थे गिरफ्तार
चंद्रबाबू नायडू को सीआईडी ने शनिवार को नंद्याल में गिरफ्तार किया था। उन्हें रविवार सुबह विजयवाड़ा की एक अदालत में पेश किया गया। शाम को सुनाए गए आदेश में अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बाद में उन्हें राजमुंदरी सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। अभिनेता राजनेता पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना पार्टी (जेएसपी) और वामपंथी दलों ने बंद के आह्वान को समर्थन देने की घोषणा की है।