अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले बलिया के बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। सुरेंद्र सिंह ने इस बार मुस्लिम समुदाय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा, 'मुस्लिम धर्म में आप जानते हैं कि 50 औरत रखिए और 1050 बच्चे पैदा कीजिए। यह कोई परंपरा नहीं है। यह एक जानवरी प्रवृत्ति है।'
इसके साथ ही सुरेंद्र सिंह ने साक्षी मिश्रा मामले में भी विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा 'साक्षी का फैसला कामुकता वश लिया गया है। अजितेश कुछ दिनों के बाद साक्षी को छोड़ देगा। उन्होंने यह भी कहा कि काम वासना से वशीभूत होकर साक्षी ने निर्णय लिया है। साक्षी का यह फैसला गलत है। साक्षी को अपने इस फैसले पर भविष्य में पश्चाताप करना पड़ेगा।
मुन्ना बजरंगी की हत्या पर दिया था विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है जब विधायक सुरेंद्र सिंह ने विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी वह विवादित बयान दे चुके हैं। मु्न्ना बजरंगी की हत्या को लेकर सुरेंद्र सिंह ने कहा था की कानून ने न्याय करने में देरी की तो ईश्वरीय शक्ति ने मुन्ना बजरंगी की अपराधी के जरिए हत्या करवा दी। इस घटना से यह प्रमाणित हो गया कि जो जैसा करेगा, उसको उसका उसी तरह से फल भी भुगतना पड़ेगा। मुन्ना बजरंगी ब्यूरोक्रेसी के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
रेप को लेकर की थी ये टिप्पणी
इसके अलावा उन्होंने बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि भगवान राम भी आ जाएंगे तो इन घटनाओं (रेप) पर नियंत्रण कर पाना संभव नहीं है। यह सामाज का स्वाभाविक प्रदूषण है, जिससे कोई भी वंचित नहीं रहने वाला है।
वैश्याओं से की थी अधिकारियों की तुलना
वहीं, एक बार उन्होंने अधिकारियों की तुलना वैश्याओं से कर दी थी, जिसमें सुरेंद्र सिंह कहा था कि अधिकारियों से अच्छा चरित्र वैश्याओं का होता है। वह पैसा लेकर कम से कम अपना काम तो करती हैं और स्टेज पर नाचती हैं, लेकिन ये अधिकारी तो पैसा लेकर भी आपका काम करेंगे कि नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है।
रेप की बढ़ती घटनाओं पर अभिभावकों को ठहराया था जिम्मेदार
सुरेंद्र सिंह ने एक बाक बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के लिए युवक-युवतियों के अभिभावकों को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि युवाओं के स्वच्छंद व्यवहार पर रोक लगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि समाज में आयी बलात्कार जैसी विकृति के लिए अभिभावक जिम्मेदार हैं, क्योंकि वह अपने बच्चे और बच्चियों का संरक्षण नहीं करते।