बालाकोट ऑपरेशन को लेकर NTRO का दावा, हमले से ठीक पहले आतंकी कैंप में एक्टिव थे 300 मोबाइल फोन
By पल्लवी कुमारी | Published: March 5, 2019 12:02 AM2019-03-05T00:02:32+5:302019-03-05T00:02:32+5:30
वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने बालाकोट हवाई हमले में मारे जाने वाले लोगों की संख्या के बारे में कहा- वायुसेना यह बताने की स्थिति में नहीं है कि कितने लोग मारे गए। धनोआ ने कहा, ‘‘ हम मरने वालों की गिनती नहीं करते। हम बस इतना गिनते हैं कि कितने ठिकानों पर निशाने लगे और कितनों पर नहीं। ’
पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में कितने आतंकवादी मारे गए हैं? इस सवाल को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियों की तकनीकी सर्विलांस ने एक बड़ा खुलासा किया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों की तकनीकी सर्विलांस के रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों में 300 मोबाइल फोन के एक्टिव होने के बारे में पता चला था, जिससे सीधे तौर पर ये साफ हो जाता है कि वहां कितने आतंकी रह रहे थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के शिविर में हमले की अनुमति मिलने के बाद नैशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) ने सर्विलांस शुरू किया था। जिसमें ये जानकारी दी गई है। सबसे पहले यह इनपुट NTRO ने उपलब्ध कराया था। जिस पर रॉ ने भी अपनी मुहर लगाई थी।
Sources: NTRO surveillance of JeM Balakot camp in days leading up to air strike by IAF confirmed around 300 active mobile connections in facility pic.twitter.com/uwyzd0qpHB
— ANI (@ANI) March 4, 2019
उच्च सूत्रों से मिले इनपुट के बाद भारतीय वायु सेना के 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमला किया था, जहां आतंकवादियों को फिदायीन हमले करने की ट्रेनिंग दी जाती थी। सूत्रों ने यह भी बताया कि अन्य खुफिया एजेंसियों ने भी NTRO की इस जानकारी की पुष्टि की थी। हालांकि, आधिकारिक रूप से हवाई हमले में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Sources: Similar number of active targets were corroborated by other Indian intelligence agencies as well that had inputs suggesting same number of operatives in JeM terror camp in Balakot https://t.co/II3BKeZIUt
— ANI (@ANI) March 4, 2019
वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा- वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती
वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ ने बालाकोट हवाई हमले में मारे जाने वाले लोगों की संख्या के बारे में कोई टिप्पणी करने से सोमवार को इंकार किया और कहा कि इस बारे में जानकारी सरकार देगी और वायुसेना केवल यह देखती है कि निशाना लगा या नहीं।
उन्होंने कहा कि वायु सेना यह बताने की स्थिति में नहीं है कि कितने लोग मारे गए। धनोआ ने कहा, ‘‘ हम मरने वालों की गिनती नहीं करते। हम बस इतना गिनते हैं कि कितने ठिकानों पर निशाने लगे और कितनों पर नहीं। ’’ वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अभियान के बाद क्षति आकलन में केवल उन लक्ष्यों की गिनती की जाती है जिनपर निशाना लगा और जिनपर नहीं ।
धनोआ ने कहा, ‘‘ हम मरने वाले लोगों की गिनती नहीं करते। यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां कितने लोग मौजूद थे।’’ उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की संख्या के संबंध में बयान सरकार जारी करेगी। बम के निशानों से दूर गिरने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी रिपोर्ट इससे इतर है।’’
विंग कमांडर क्या वापस लड़ाकू विमान उड़ाएंगे?
इस सवाल पर कि पाकिस्तान द्वारा गिरफ्तार किए गए विंग कमांडर अभिनंदन क्या भविष्य में फिर लड़ाकू विमान उड़ाएंगे , वायुसेना प्रमुख बी एस धनोआ कहा, ‘‘ अगर वह स्वस्थ होंगे तो विमान उडांएगे।’’
वायुसेना प्रमुख ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम पायलट के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह का समझौता नहीं कर सकते । 26 फरवरी को बालाकोट स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद आई यह उनकी पहली टिप्पणी है।
पाकिस्तानी सेना ने 27 फरवरी को विंग कमांडर अभिनंदन को तब हिरासत में ले लिया था जब पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराने के बाद उनका मिग-21 भी गिर पड़ा और वह गलती से पैराशूट के जरिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में उतर गए थे। पाकिस्तान ने एक मार्च को ही अभिनंदन को रिहा किया है।(पीटीआई इनपुट के साथ)