नई दिल्लीः दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) ने बैसाखी और खालसा साजना दिवस समारोह में भाग लेने के लिए 253 श्रद्धालुओं के एक समूह को बुधवार को दिल्ली से पाकिस्तान भेजा। एक बयान के अनुसार, यह समूह गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में प्रार्थना करने के बाद रवाना हुआ। डीएसजीएमसी के सदस्य परमजीत सिंह चंडोक ने बताया कि इस साल इस अवसर पर पूरे देश से कुल 6,751 श्रद्धालुओं को वीजा दिया गया है। उन्होंने कहा कि डीएसजीएमसी ने 253 वीजा के लिए आवेदन दिया था, जिनमें से सभी को मंजूरी दे दी गई है।
यह समूह बृहस्पतिवार सुबह छह बजे वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। चंडोक ने बताया कि इसे दो हिस्सों में बांटा गया है - पहला गुरुद्वारा पंजा साहिब जाएगा, जबकि दूसरा गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को दोनों हिस्से (समूह) ननकाना साहिब में एकत्र होंगे और अगले तीन दिनों तक एक साथ बैसाखी मनाएंगे।
उन्होंने कहा कि उसके बाद, जो श्रद्धालु पहले पंजा साहिब गए थे, वे करतारपुर साहिब जाएंगे और जो पहले करतापुर साहिब गए थे, वे पंजा साहिब जाएंगे। चंडोक ने कहा कि बाद में 16 अप्रैल को यह पूरा समूह लाहौर पहुंचेगा जहां वह स्थानीय गुरुद्वारों में जायेगा और फिर वह 19 अप्रैल को भारत लौट आयेगा। बयान में कहा गया है कि दलजीत सिंह सरना को तीर्थयात्रा के लिए जत्था का प्रमुख नियुक्त किया गया है। चंडोक ने कहा कि यह पहली बार है जब सभी आवेदन किए गए वीजा स्वीकृत किए गए हैं।