नई दिल्ली/भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि अंतत: सत्य की विजय हुई। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जो हमारे संत,महात्मा,वरिष्ठ नेताओं पर झूठे आरोप लगाये थे, वो निर्मूल सिद्ध हुए हैं। विशेष अदालत के फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं!
भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि न्यायालय का निर्णय सिर माथे है। पूरे इतिहास को मद्देनजर रखते हुए एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। सत्य की जीत हुई है जैसा कि मैं हमेशा कहता रहता हूं कि 'सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं'। न्यायालय के फैसले का हम स्वागत करते हैं।
मोहसिन रज़ा ने कहा कि बाबरी केस में 28 वर्षों के बाद आज जिस तरह से पूरे देश ने देखा कि आज फिर एक बार न्याय की जीत हुई है। हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और जो इस केस में आरोपी थे उन सभी को बधाई देते हैं। उन्होंने कोर्ट में जाकर ये बता दिया कि अभी भी न्याय का राज है, कानून का राज है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी अभियुक्तों को बरी करने के सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि ‘अंतत: सत्य की विजय हुई है।’
चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘अंतत: सत्य की विजय हुई। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर जो हमारे संत, महात्मा, वरिष्ठ नेताओं पर झूठे आरोप लगाये थे, वो निर्मूल सिद्ध हुए हैं। विशेष अदालत के फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं।’’
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘‘यह निर्णय उन्हीं अन्य फैसलों के अनुरूप हैं जिसने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के उनके सपने का मार्ग प्रशस्त किया। सत्य परेशान हो सकता है, किंतु पराजित नहीं। आज एक बार फिर सत्य की जीत हुई है। भारतीय न्यायपालिका की जय।’’
गौरतलब है कि सीबीआई की विशेष अदालत ने छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में बुधवार को अपना फैसला सुनाते हुए सभी 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया। विशेष न्यायाधीश एस. के. यादव ने फैसला सुनाते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी, यह एक आकस्मिक घटना थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले।