Atal Bihari Vajpayee Jayanti 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सदैव अटल' स्मारक पर की पुष्पांजलि अर्पित, राष्ट्र याद कर रहा है 'अटल व्यक्तित्व' को
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 25, 2023 11:04 AM2023-12-25T11:04:40+5:302023-12-25T11:14:21+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए सोमवार को नई दिल्ली में 'सदैव अटल' स्मारक पहुंचे।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए सोमवार को नई दिल्ली में 'सदैव अटल' स्मारक पहुंचे। इस दौरान अटल स्मारक पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे।
इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित अन्य नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित करके अपना सम्मान व्यक्त किया।
भारतीय जनता पार्टी सोमवार को अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाने के लिए देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देशभर के पार्टी पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों से सभी बूथों पर अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने और पूर्व प्रधानमंत्री के अद्भुत व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करने को कहा।
हर जिले में केंद्र सरकार और भाजपा शासित राज्य सरकारों की योजनाओं और उपलब्धियों तथा गरीबों के कल्याण के लिए सुशासन पर चर्चा होगी।
इस बीच लोगों को 'विकसित भारत' का राजदूत बनने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करने के लिए नमो ऐप पर "विकसित भारत ब्रांड एंबेसडर" के लिए एक अभियान चल रहा है।
सुशासन दिवस का उद्देश्य सुशासन के माध्यम से विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और सेवाओं तक जनता की पहुंच बढ़ाना है। यह दिन यह सुनिश्चित करने के लिए मनाया जाता है कि देश के निवासियों के साथ सरकार उचित व्यवहार करे और उन्हें विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ मिले।
मालूम हो कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था और उन्हें तीन बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था।