Assembly Elections 2023: ईवीएम खुलने से पहले कांग्रेस उम्मीदवार पहुंचे महाकाल की शरण में, जीत के लिए की पूजा-अर्चना
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 3, 2023 06:52 AM2023-12-03T06:52:24+5:302023-12-03T06:57:41+5:30
चार राज्यों के लिए वोटों की गिनती शुरू होने में बमुश्किल कुछ घंटे बचे हैं। इस बीच प्रत्याशियों के मन में हार-जीत की आशंका को लेकर अजीब सी खलबली देखी जा रही है।
उज्जैन: चार राज्यों के लिए वोटों की गिनती शुरू होने में बमुश्किल कुछ घंटे बचे हैं। इस बीच प्रत्याशियों के मन में हार-जीत की आशंका को लेकर अजीब सी खलबली देखी जा रही है। ऐसा ही नजारा नागदा खाचरोद निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे दिलीप गुर्जर के साथ देखने को मिली, जब वो रविवार तड़के शिव की नगरी उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में पहुंचे और वहां अपनी जीत के लिए भोलेनाथ से प्रार्थना की।
कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप सिंह मंदिर प्रांगण में बाबा महाकाल के समक्ष अपनी आंखें बंद करके और हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए दिखाई दिये। दिलचस्प बात यह है कि चुनाव परिणाम के दिन भगवान के दरबार में मत्था टेकने वाले दिलीप सिंह अकेले नहीं हैं, बल्कि चारों चुनावी राज्य में जीत के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे अन्य नेताओं ने भी निकटतम धार्मिक स्थलों का रुख किया है।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नतीजों से पहले कई धार्मिक स्थलों का दौरा किया। मतगणना दिवस की पूर्व संध्या पर सीएम चौहान ने शनिवार को भोपाल में कुछ पौधों को पानी देने के लिए समय निकाला। वहीं राजस्थान में भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने परंपरा के अनुसार शनिवार को जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर और दौसा के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का दौरा किया।
पूरे देश की निगाहें इस समय मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कड़े चुनावी मुकाबले के नतीजों पर हैं, जिन्हें अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल करार दिया गया है। चार राज्यों में वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे शुरू होगी और चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित कर लिया है कि दिन के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं।
मिजोरम, जहां पिछले महीने अन्य चार राज्यों के साथ चुनाव हुए थे। वहां पर नतीजों के लिए 4 दिसंबर तक इंतजार करना होगा क्योंकि चुनाव आयोग ने राज्य में गिनती एक दिन बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि देश के उत्तर, पूर्व और दक्षिणी हिस्सों में फैले पांच राज्यों में मतदान अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दिशा तय करेगा।
छोटे पूर्वोत्तर राज्य में मतगणना के पुनर्निर्धारण की पुष्टि करते हुए, चुनाव पैनल ने राज्य में नागरिक समाज के प्रतिनिधित्व के बाद यह निर्णय लिया, क्योंकि ईसाई-बहुल राज्य में लोगों के लिए रविवार का दिन विशेष महत्व रखता है।
मध्य प्रदेश की 230 सीटों, छत्तीसगढ़ की 90 सीटों, तेलंगाना की 119 सीटों और राजस्थान की 199 सीटों के लिए वोटों की गिनती होगी। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हुए ये चुनाव विभिन्न कारणों से भाजपा और कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं।