Assembly Election 2023: निर्वाचन आयोग ने बुलाई पर्यवेक्षकों की बैठक, तारीखों की घोषणा जल्द, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में नवंबर-दिसंबर में चुनाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 5, 2023 15:31 IST2023-10-05T15:30:13+5:302023-10-05T15:31:42+5:30
Assembly Election 2023: निर्वाचन आयोग के पुलिस, सामान्य और व्यय पर्यवेक्षकों की दिनभर होने वाली इस बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करने के लिए रणनीति को सुव्यवस्थित करना है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी ढंग से लागू हो और धन व बाहुबल पर लगाम कसी जा सके।

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Assembly Election 2023: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा से पहले निर्वाचन आयोग ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सुचारू संचालन के मद्देनजर रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को अपने पर्यवेक्षकों की बैठक बुलाई है।
निर्वाचन आयोग के पुलिस, सामान्य और व्यय पर्यवेक्षकों की दिनभर होने वाली इस बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करने के लिए रणनीति को सुव्यवस्थित करना है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी ढंग से लागू हो और धन व बाहुबल पर लगाम कसी जा सके। आयोग ने अब तक राजस्थान, मिजोरम, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों का जायजा लिया है।
आयोग का एक दल तेलंगाना की यात्रा पर है। निर्वाचन आयोग अगले कुछ दिनों में पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा कर सकता है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, मिजोरम और राजस्थान में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त हो रहा है।
पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है। तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का शासन है, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं।
धन बल, मुफ्त की रेवड़ियां खासतौर से हमारे रडार पर होंगी : सीईसी राजीव कुमार
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सीईसी की अगुवाई में 17 सदस्यीय दल तेलंगाना में चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए हैदराबाद में है।
इस दौरान राजीव कुमार ने राजनीतिक दलों, राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों तथा प्रवर्तन एजेंसियों जैसे विभिन्न पक्षकारों के साथ बैठकें कीं। पिछले तीन दिन में चुनाव दल की गतिविधियों की जानकारी पत्रकारों को देते हुए राजीव कुमार ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों को चुनाव के दौरान धन बल के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का स्पष्ट संदेश दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘धन बल, मुफ्त की रेवड़ियां खासतौर से हमारे रडार पर होंगी। अगर वे (प्रवर्तन एजेंसियां) कार्रवाई नहीं करते हैं तो हम कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। समय नजदीक आने पर हम आकलन और यह सुनिश्चित करेंगे कि वे इन सभी चीजों पर कार्रवाई करें।’’
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि बैंकों को इस संबंध में पैसों के ऑनलाइन लेनदेन पर नजर रखने के लिए कहा गया है। कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने निर्वाचन आयोग से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि तेलंगाना में चुनाव प्रलोभन मुक्त हों। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में मतदाताओं की कुल संख्या 3.17 करोड़ है जिसमें पुरुष और महिला मतदाताओं की संख्या समान है।
सीईसी ने कहा, ‘‘तेलंगाना में पहली बार 80 साल की आयु से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए अपने घर से वोट डालने की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि इसी तरह दिव्यांगजन - जिनमें 40 फीसदी या उससे अधिक की शारीरिक अक्षमता है, वे घर से ही वोट डाल सकते हैं।