असम के पुलिस प्रमुख महंत के काफिले पर हमला, पथराव, शहर का दौरा कर रहे थे, पत्रकार को लगे पत्थर

By भाषा | Updated: December 12, 2019 18:50 IST2019-12-12T18:50:44+5:302019-12-12T18:50:44+5:30

असम के पुलिस प्रमुख भास्कर ज्योति महंत का काफिला क्रिश्चियन बस्ती के पास गुवाहाटी-शिलांग रोड पर था, जहां यह हमला हुआ। काफिले में मौजूद कई वाहनों पर पथराव किया गया। काफिले को कई बार रुकना पड़ा क्योंकि पूरे मार्ग को प्रदर्शनकारियों ने बाधित कर रखा था।

Assam police chief was attacking Mahanta's convoy, throwing stones, visiting the city | असम के पुलिस प्रमुख महंत के काफिले पर हमला, पथराव, शहर का दौरा कर रहे थे, पत्रकार को लगे पत्थर

जब वह नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन का सामना कर रहे शहर का दौरा कर रहे थे।

Highlightsउन्होंने सड़क पर लकड़ी और लोहे के बैरीकेड लगा रखे थे। काफिले के वाहनों को जब क्रिश्चियन बस्ती इलाके में रोका गया।सुरक्षा कर्मी सड़क से अवरोधकों को हटाने जुटे थे तभी कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव किए।

असम के पुलिस प्रमुख भास्कर ज्योति महंत के काफिले पर यहां बृहस्पतिवार को पथराव किया गया। यह हमला उस वक्त हुआ, जब वह नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन का सामना कर रहे शहर का दौरा कर रहे थे।

महंत का काफिला क्रिश्चियन बस्ती के पास गुवाहाटी-शिलांग रोड पर था, जहां यह हमला हुआ। काफिले में मौजूद कई वाहनों पर पथराव किया गया। काफिले को कई बार रुकना पड़ा क्योंकि पूरे मार्ग को प्रदर्शनकारियों ने बाधित कर रखा था।

उन्होंने सड़क पर लकड़ी और लोहे के बैरीकेड लगा रखे थे। काफिले के वाहनों को जब क्रिश्चियन बस्ती इलाके में रोका गया और सुरक्षा कर्मी सड़क से अवरोधकों को हटाने जुटे थे तभी कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव किए। हालांकि, इसमें किसी को चोट नहीं लगी और कोई नुकसान नहीं हुआ। मौके पर मौजूद एवं घटना को कवर कर रहे पीटीआई के पत्रकार को भी पत्थर लगे।

नागरिकता विधेयक का असम पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा : हिमंत सरमा

असम के मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर लोगों की शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि इससे राज्य पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा और असम समझौते का खंड छह लागू करने से ‘राजनीतिक स्थिरता’ की नयी उम्मीद जगेगी।

विधेयक को ‘ऐतिहासिक’ बताते हुए पूर्वोत्तर के लिए भाजपा के महत्वपूर्ण रणनीतिकार सरमा ने कहा कि विधेयक के कारण दीर्घकालिक असर नहीं पड़ेगा। नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असम और त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोग कर्फ्यू की अवहेलना कर सड़कों पर निकल रहे हैं । मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के आवासों पर पथराव की भी घटनाएं सामने आयी हैं। सरमा ने कहा, ‘‘गृह मंत्री अमित शाह द्वारा असम समझौते के खंड छह को लागू करने के वादे से असम में राजनीतिक स्थिरता की नयी उम्मीद जगेगी।

इसलिए मेरा मानना है कि दीर्घकालिक असर नहीं होंगे।’’ सरमा ने दावा किया कि पूर्वोत्तर के सभी क्षेत्रीय दलों ने, आधिकारिक तौर पर कांग्रेस नीत संप्रग के साथ रहने वालों ने भी विधेयक का समर्थन किया। उन्होंने दावा किया, ‘‘यह ध्यान दिलाना महत्वपूर्ण है कि बुधवार को राज्यसभा में वोटिंग में पूर्वोत्तर के सभी क्षेत्रीय दलों ने विधेयक के पक्ष में वोट किया।

अटकलें थीं कि राजग से जुड़े पूर्वोत्तर के दल पक्ष में वोट शायद नहीं करेंगे । लेकिन अंत में सिर्फ राजग से जुड़े दलों ने ही नहीं बल्कि संप्रग के साथ आधिकारिक तौर पर जुड़े एनपीएफ ने भी विधेयक के पक्ष में वोट दिया।’’ भाजपा नेतृत्व वाले पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के संयोजक सरमा ने कहा कि आने वाले समय में विधेयक से पार्टी को मदद मिलेगी। 

 

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