माजुली (असम), 13 मई उग्रवादी संगठन उल्फा (इंडिपेंडेट) द्वारा अपहृत ओएनजीसी कर्मचारी रितुल सैकिया की पत्नी और भाई ने बृहस्पतिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा से मुलाकात की।
इस दौरान सरमा ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिया कि असम सरकार अपहृत कर्मचारी को शीघ्र रिहा करने के लिए सभी कदम उठाएगी।
उल्लेखनीय है कि तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनसीजी) के तीन कर्मचारियों को 21 अप्रैल को शिवसागर जिले के लकवा से अगवा कर लिया गया था, यह स्थान नगालैंड सीमा के करीब है। हालांकि, तीन दिन बाद उग्रवादियों ने दो कर्मचारियों को छोड़ दिया लेकिन रितुल अब भी उनके चंगुल में हैं।
यहां जारी सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक माजुली में मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान रितुल की पत्नी और भाई ने मुख्यमंत्री से ओएनजीसी कर्मी को रिहा कराने के लिए प्रयास तेज करने का आह्वान किया।
इस मुलाकात के दौरान विधायक भास्करज्योति बरुआ भी मौजूद थे।
विज्ञप्ति के मुताबिक सरमा ने कहा कि रितुल को यथाशीघ्र मुक्त कराने के लिए राज्य सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।
पुलिस ने 28 अप्रैल को दावा किया था कि रितुल अब भी उल्फा (आई) उग्रवादियों के चंगुल में है और वे नगालैंड के मोन जिले में छिपे हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।