असम सरकार दिमासा कछारी राजवंश की विरासत को संरक्षित करेगी: मुख्यमंत्री
By भाषा | Updated: September 19, 2021 20:07 IST2021-09-19T20:07:08+5:302021-09-19T20:07:08+5:30

असम सरकार दिमासा कछारी राजवंश की विरासत को संरक्षित करेगी: मुख्यमंत्री
गुवाहाटी, 19 सितंबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार 18वीं सदी के दिमासा कछारी राजवंश की विरासत को संरक्षित करेगी और कछार जिले में सिल्चर शहर से 25 किलोमीटर दूर खासपुर में इसकी आखिरी राजधानी को विकसित करेगी।
दिमासा शासन की शुरुआत में दीमापुर, कछारी राजवंश की राजधानी हुआ करती थी, जिसे बाद में मालीबंग में स्थानांतरित कर दिया गया, जो अब असम के दीमा हसाओ जिले में है। खासपुर की यात्रा के दौरान सरमा ने कहा कि राज्य सरकार दिमासा कछारी राजवंश की विरासत को संरक्षित करने और खासपुर को एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाने के लिए 100 बीघा (25 एकड़) भूमि पर एक परियोजना शुरू करेगी।
एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का संस्कृति विभाग राज्य की विरासत के संरक्षण के लिए कदम उठाएगा। सूर्य द्वार, सिंह द्वार, मुख्य द्वार, राजा का मंदिर, कछारी रानी के नाम पर बने रानी चंद्रभा हसनु पार्क इस स्थान पर स्थित अवशेषों में से हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार समुदाय के कल्याण के लिए बर्मन दिमासा कछारी विकास परिषद को मजबूत करने के लिए कदम उठाएगी। बयान में कहा गया है कि सरमा ने खासपुर में राजवंश के स्मारकों का दौरा किया, जो दिमासा कछार की विशिष्ट वास्तुकला की गवाही देते हैं। बाद में मुख्यमंत्री ने सिल्चर सर्किट हाउस परिसर में दिमासा कछारी राजवंश के अंतिम राजा गोबिंद चंद्र नारायण हसनु की एक प्रतिमा का अनावरण किया।
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