लाइव न्यूज़ :

असम : प्रसाद खाने के बाद 50 लोग हुए बीमार

By भाषा | Updated: August 23, 2021 19:59 IST

Open in App

असम के चराईदेव जिले में एक धार्मिक समारोह में चना और फलों से युक्त प्रसाद खाने के बाद खाद्य विषाक्तता के कारण 50 से अधिक लोग बीमार हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। जिले में रविवार दोपहर को एक ग्रामीण ने अपने घर पर एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया और लोगों के बीच प्रसाद वितरित किया। प्रसाद खाने के तुरंत बाद लोगों को पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक 50 से अधिक ग्रामीणों को रविवार रात से गेलेकी प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खाद्य विषाक्तता के समान लक्षणों के साथ भर्ती कराया गया था और उनकी हालत अब स्थिर है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम ने सोमवार की सुबह गेलेकी थाना क्षेत्र के गांव का दौरा कर उस दुकान से चने का बचा हुआ स्टॉक जब्त कर लिया जहां से ग्रामीण ने इसे खरीदा था। पुलिस ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यजम्‍मू-कश्‍मीर में लोग मिलावटी खाद्य पदार्थ खाने को मजबूर, प्रत्‍येक सात में से एक नमूना फेल साबित हुआ

भारतGreater Noida: जानलेवा निकला 'मैडम मोमो' का मोमोज, 20 लोग बीमार, दो आईसीयू में भर्ती

स्वास्थ्यब्लॉग: खाद्य पदार्थों में मिलावट पर लग पाएगी रोक ?

कारोबारजनता को जल्द दें राहत!, अधिकतम खुदरा मूल्य में तत्काल 8-12 रुपये प्रति लीटर की कटौती करें, मोदी सरकार ने खाद्यतेल उद्योग से कहा, जानें सबकुछ

भारतमध्यप्रदेश: राजगिरे का आटा खाने से एक परिवार के 12 लोग उल्टी-दस्त के शिकार,फैक्ट्री सील

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई