नई दिल्ली: सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने डीपफेक पर कहा कि जल्द ही इसपर रोक लगाने के लिए नया कानून सरकार लाएगी। उन्होंने कहा कि यह दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले से सोशल मीडिया पर बने कानून में संशोधन कर सरकार इसके लिए नियम बनाएगी या फिर नई तरह से पूरा कानून बन सकता है। उन्होंने कहा कि डीपफेक वीडियो बनाने सोशल मीडिया पर यूजर्स और उन सभी को होस्ट करने वाले प्लेटफॉर्म को भी दंड की श्रेणी में रखा जाएगा।
डीपफेक एक तरह से लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। यह समाज और संस्थानों में विश्वास तोड़ सकता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, नैसकॉम और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र के अन्य प्रोफेसरों सहित कई हितधारकों के साथ अपनी बैठक के बाद आईटी मंत्री ने कहा, ''ये समाज और उसके संस्थानों में विश्वास को कमजोर कर सकते हैं।''
अश्विणी वैष्णव ने आगे कहा कि अगले 10 दिनों अंदर केंद्र सरकार चार स्तंभों पर तत्परता के साथ कार्रवाई योग्य चीजें लाएगी। इनमें डीपफेक का पता लगाना, ऐसी सामग्री के प्रसार को रोकना, रिपोर्टिंग तंत्र को मजबूत करना और मुद्दे पर जागरूकता फैलाना शामिल है।
वहीं बीते बुधवार को सारा तेंदुलकर ने अपील की थी सरकार इसपर रोक लगाने के लिए कोई कदम उठाए और उन्होंने अपने डीपफेक अकाउंट पर भी बात रखी थी। इसमें उन्होंने कहा कि गलत तरीके से उनकी तस्वीरों और वीडियो को प्रदर्शित किया जा रहा है।