'राजस्थान में सरकार गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों से मिले अमित शाह', अशोक गहलोत का आरोप; बीजेपी ने किया पलटवार
By स्वाति सिंह | Updated: December 5, 2020 18:19 IST2020-12-05T18:06:24+5:302020-12-05T18:19:16+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने राजस्थान में सरकार गिराने की भरपूर कोशिश की।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार किया है।
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अमित शाह पर उनकी सरकार को गिराने की कोशिश में है। अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि अमित शाह और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की और दावा किया है कि वह पांच सरकारें गिरा चुके हैं और राजस्थान सरकार को भी गिरा देंगे। अशोक गहलोत ने कहा, 'उन्होंने (BJP) राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश की है। अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात के बाद हमारे विधायकों ने मुझे कहा कि वह अमित शाह को गृहमंत्री देखककर शर्मिंदा हैं। एक समय था जब गृहमंत्री सरदार पटले थे और अब वह हैं।'
गहलोत ने आगे कहा, ''वे (BJP) भरोसा दे रहे थे कि पांच सरकारों को गिरा चुके हैं और अब छठी सरकार होगी। बीजेपी इस तरह की साजिश करती रही है।'' गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ही अशोक गहलोत की सरकार गिरते-गिरते बची थी, जब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने खेमे के विधायकों के साथ बागी हो गए। हालांकि, बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेतृत्व ने किसी तरह पायलट को मना लिया।
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, 'अशोक गहलोत शासन चला पाने में अक्षम हैं इसलिए झूठा और तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस के अंदर घर में अंदरूनी झगड़ा है जिसकी वजह से वह परेशान है, इसके लिए BJP पर बिना कोई सुबूत के आरोप लगाकर हमला बोल रहे हैं।'
पुनिया ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार गिराने को लेकर रोज़ भेड़िया आया- भेड़िया आया की तरह नई- नई कहानियां लेकर आ जाते हैं। इनकी सरकार में इतना झगड़ा है कि यह BJP के नेताओं को दोष दे कर अपना झगड़ा छुपाना चाहते हैं। पुनिया ने कहा कि अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि BJP भारी पैसा ख़र्च करकार्यालय बना रही है और हम तो कह रहे हैं कि इतने साल से सत्ता में रहे कार्यालय बनाने के बजाय के नेताओं ने अपने घर बनाए।