तीस्ता मामले में अहमद पटेल का नाम आने से अशोक गहलोत भड़के, बोले- भाजपा बदले की राजनीति कर रही है
By शिवेंद्र राय | Published: July 17, 2022 06:15 PM2022-07-17T18:15:57+5:302022-07-17T18:21:09+5:30
गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल द्वारा अहमदाबाद सेशन कोर्ट में दाखिल हलफनामे में अहमद पटेल का नाम आने के बाद से ही कांग्रेस नेता गुस्से में हैं। एक तरफ जहां भाजपा इस मामले में सीधे सोनिया गांधी को घेरने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रही है।
नई दिल्ली: गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल ने अदालत में दाखिल एक हलफनामे में कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को 2002 में गुजरात दंगों के बाद राज्य सरकार गिराने की साजिश रचने के लिए दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल से 30 लाख रुपये मिले थे। विशेष जांच दल के हलफनामे के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है और कांग्रेस नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इस मामले में अहमद पटेल का नाम लिए जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी नाराजगी जताई है।
अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा है, "गुजरात पुलिस की SIT द्वारा श्रीमती तीस्ता सीतलवाड़ के हवाले से दिवंगत अहमद पटेल पर आरोप लगाना निंदनीय एवं राजनीतिक द्वेष की भावना का प्रतीक है। पिछले गुजरात चुनाव से पूर्व भी भाजपा नेताओं द्वारा श्री अहमद पटेल पर आरोप लगाए गए थे।"
अशोक गहलोत ने आगे कहा, "आज श्री अहमद पटेल अपना पक्ष रखने के लिए हमारे बीच में नहीं हैं तो राजनीतिक लाभ के लिए उन पर मिथ्या आरोप लगाए जा रहे हैं। यह बदले की राजनीति भाजपा-RSS के चरित्र का प्रमाण है। कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी पर आरोप लगाकर भाजपा राजनीतिक प्रतिशोध की पराकाष्ठा दिखा रही है। एक पाकिस्तानी व्यक्ति द्वारा लगाए गए छिछले आरोपों पर पूर्व उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी जैसे व्यक्तित्व पर सवाल उठाना भी BJP का असली चेहरा दिखाता है।"
गुजरात पुलिस की SIT द्वारा श्रीमती तीस्ता सीतलवाड़ के हवाले से दिवंगत अहमद पटेल पर आरोप लगाना निंदनीय एवं राजनीतिक द्वेष की भावना का प्रतीक है। पिछले गुजरात चुनाव से पूर्व भी भाजपा नेताओं द्वारा श्री अहमद पटेल पर आरोप लगाए गए थे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 17, 2022
क्या है मामला
दरअसल मामला ये है कि गुजरात दंगों में तीस्ता की भूमिका की जांच कर रही SIT ने अहमदाबाद सेशन कोर्ट में दाखिल हलफनामे में यह दावा किया है 2002 के गुजरात दंगो के बाद तीस्ता ने तत्कालीन राज्य सरकार गिराने की साजिश रची थी। गुजरात पुलिस ने यो भी दावा किया है कि इसके लिए तीस्ती को अहमद पटेल से 30 लाख रूपये मिले थे। अहमद पटेल सोनिया गांधी के काफी करीबी थे और उनके सचिव रहे इसलिए भाजपा ने इस मामले में सीधे सोनिया गांधी की संलिप्तता की बात भी कही है। BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गुजरात दंगों के बाद कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष के कारण नरेंद्र मोदी को बदनाम करने की कोशिश की।