अलवरः राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को गिराए जाने को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। ओवैसी ने भाजपा शासित नगर पालिका बोर्ड के फैसले को निंदनीय बताते हुए कहा कि हम सभी धर्मों के लिए धर्म की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं।
बकौल असदुद्दीन ओवैसी, राजस्थान के राजगढ़ में एक प्राचीन मंदिर को गिराने का BJP शासित नगर पालिका बोर्ड का निंदनीय फैसला है। हम सभी धर्मों के लिए धर्म की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं और यह एक गंभीर उल्लंघन है। उम्मीद है कि सभी पूजा स्थलों पर हमले के लिए बीजेपी-आरएसएस माफी मांगेंगे।
गौरतलब है कि शुक्रवार राजस्थान के अलवर के राजगढ़ में हाल ही में तीन मंदिरों को गिराने का मामला सामने आया। इन मंदिरों में भगवान शिव, हनुमान जी समेत कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां थी, जिन्हें खंडित किए जाने का आरोप है। इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गए। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर इस अभियान का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
डोटासरा ने बताया कि ‘2018 में भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कलेक्टर को पत्र लिखकर इस अतिक्रमण को हटाने का दबाव बनाया था। राजगढ़ में भाजपा का निकाय बोर्ड है। इसकी अध्यक्षता सतीश गुहारिया कर रहे हैं। अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में पारित किया गया''। उन्होंने कहा, ''कांग्रेस सरकार में मंदिरों के साथ छेड़छाड़ नहीं होती, यह भाजपा का एजेंडा रहा है। 'राजस्थान में भाजपा शासन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में कई मंदिर तोड़े गए। गुजरात में भी कई मंदिरों को गिराया गया। यह भाजपा और आरएसएस हैं जो इन मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं।"
वहीं विश्व हिंदू परिषद ने भी मंदिर के ध्वस्तीकरण पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। प्रवक्त विनोद बसंल ने कहा, ‘‘जब दंगाइयों पर बुलडोजर चलता है तो कांग्रेस के राजकुमार विदेश से ट्वीट करते हैं और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दंगाइयों से मिलने जाते हैं, लेकिन राजस्थान में इस 300 साल पुराने मंदिर के ध्वस्तीकरण पर एक शब्द नहीं बोलते।’’