हैदराबाद: कोरोना वायरस को लेकर देश में लगाए गए अनलॉक-1 के तहत आठ जून से देश भर में सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला किया गया है। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मस्जिदों को खोलने के संबंध में ट्वीट कर अपनी राय रखी है। उन्होंने ट्वीट कर कुछ नियम बताए हैं, जिससे मस्जिद के खुलने के बाद वहां कोरोना वायरस से जुड़ी नियमों का पालन किया जाए सके।
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा है, 'यह वायरस कहीं नहीं जा रहा। ऐसे में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम 8 जून से खुल रहे धार्मिक स्थलों पर जरूरी एहतिता बरतें। मैंने मुस्लिमों और खासकर मुफ्तियों से ये कुछ नियमों का पालन करने की दरख्वास्त की है। मस्जिदों से कालीन हटा ली जाए और लोग फर्श पर नमाज पढ़ें। वरिष्ठ नागरिकों को ये समझा। उन्हें बताए कि किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को जून के अंत तक किसी भीड़ वाले इलाके में ना जाए। वज़ु घर से ही करके आएं। मस्जिदों में वज़ु और टॉयलेट की सुविधाएं बंद रखी जाए। नमाज पढ़े जाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उचित दूरी बनाकर रखें।'
एक अन्य ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा,'मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री, तेलंगाना डीजीपी और मुख्य सचिव से निवेदन करता हूं कि वो सभी धार्मिक समुदायों के बड़े लोगों के साथ बैठक बुलाएं ताकि राज्य के हर धार्मिक स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़े नए नियम बनाए जा सकें।'
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से लॉकडाउन लगा हुआ था। लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को खत्म हुआ। जिसके बाद केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते कोरोना वायरस अनलॉक-1 का ऐलान किया। जो 30 जून तक लागू रहेगा। अनलॉक-1 के दौरान बहुत सारी छूट और रियायतें दी गई हैं।