बालाकोट एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के 130-170 आतंकी मारे गए, 45 का अब भी इलाज जारी-इटली पत्रकार का दावा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 8, 2019 07:42 PM2019-05-08T19:42:20+5:302019-05-08T19:42:20+5:30
एक वेबसाइट स्ट्रिंगर एशिया पर प्रकाशित लेख में इटैलियन जर्नलिस्ट फ्रेंसेसा मरीनो ने कहा कि हमले में घायल हुए 45 आतंकियों का इलाज अब भी किया जा रहा है। यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आई, जब पाकिस्तान सरकार ने भारतीय पत्रकारों को बालाकोट की स्थिति देखने का निमंत्रण दिया है।
इटली की पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो ने आर्टिकल में दावा किया है कि 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 130-170 आतंकी मारे गए थे। पत्रकार के मुताबिक, लाख कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना नुकसान की सच्चाई को झुठला नहीं पाई।
एक वेबसाइट स्ट्रिंगर एशिया पर प्रकाशित लेख में इटैलियन जर्नलिस्ट फ्रेंसेसा मरीनो ने कहा कि हमले में घायल हुए 45 आतंकियों का इलाज अब भी किया जा रहा है। यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आई, जब पाकिस्तान सरकार ने भारतीय पत्रकारों को बालाकोट की स्थिति देखने का निमंत्रण दिया है।
Where I piece together the informations I’ve got in the past few days. More details to come in future
— FrancescaMarino (@francescam63) May 7, 2019
BALAKOT: MORE DETAILS REVEALED https://t.co/B75ZdTkNa4
Balakot camp: Pakistan’s and Its Deception Games https://t.co/uXPLr5iSaY
— FrancescaMarino (@francescam63) May 6, 2019
#EXCLUSIVE@francescam63 was the first to report the reality of what happened at #Balakot. In this conversation, she discloses how she came about to know the incident and its aftermath as well as conclusive proof of the location. A must watch! @Iyervval - https://t.co/o6ou8iPoMV
— PGurus (@pGurus1) May 5, 2019
इटली के पत्रकार और लेखक फ्रांसेस्का मरीनो ने स्ट्रिंगरसिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा कि भारत द्वारा 26 फरवरी की सुबह जो एयरस्ट्राइक की गई है उसे बड़ी संख्या में जैश कमांडर मारे गए हैं।
सूत्रों के हवाले से मरीनो ने आगे कहा कि बम गिराने के करीब ढाई घंटे बाद बालाकोट से 20 किलोमीटर दूर शिनकियारी से पाकिस्तानी आर्मी यूनिट लोकेशन पर आई। इसके बाद पाकिस्तानी आर्मी घायलों को शिनकियारी में स्थित हरकत-उल-मुजाहिद्दीन कैंप में लेकर गई जहां पर आर्मी के डॉक्टरों ने उनका इलाज किया।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इस कैंप में करीब 45 लोगों का इलाज चल रहा है जबकि करीब 20लोग गंभीर चोट के कारण मर चुके हैं, जो लोग स्वस्थ हो रहे हैं वे लोग अभी भी आर्मी की कस्टडी में हैं और उन्हें अभी डिस्चार्ज नहीं किया गया है।
मरीनो ने बताया कि अब जहां से पहाड़ी एरिया शुरू होता है वहां पर एक नया साइन बोर्ड लगा दिया गया है, जिससे पता चलता है कि पहाड़ी पर तालीम-अल-कुरान है, जबकि पहले इस जगह के मसूद अज़हर से संबंधित होने के संकेत मिलते थे।