Aryan Khan drugs case: सीबीआई ने जब्त किया समीर वानखेड़े का फोन, FIR में लगाया चौंकाने वाला आरोप
By रुस्तम राणा | Published: May 15, 2023 03:09 PM2023-05-15T15:09:50+5:302023-05-15T15:13:33+5:30
समीर वानखेड़े पर आरोप है कि उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के बारे में ठीक से नहीं बताया है और जाहिर तौर पर अपनी विदेश यात्राओं पर हुए खर्च को गलत बताया। इसके अलावा अपनी विदेश यात्राओं के स्रोत की भी ठीक से घोषणा नहीं की।
मुंबई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आर्यन खान ड्रग मामले में मुंबई जोन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व प्रमुख समीर वानखेड़े के खिलाफ दायर अपनी प्राथमिकी में कुछ चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि वानखेड़े ने अपनी विदेश यात्राओं और महंगी घड़ियां खरीदने के बारे में जानकारी छिपाई। सीबीआई की प्राथमिकी को फ्री प्रेस जर्नल द्वारा एक्सेस किया गया है जिसमें जांच एजेंसी ने कुछ चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।
एनसीबी की सतर्कता शाखा के संज्ञान में यह भी आया है कि वानखेड़े ने अपनी विदेश यात्राओं के बारे में ठीक से नहीं बताया है और जाहिर तौर पर अपनी विदेश यात्राओं पर हुए खर्च को गलत बताया। उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के स्रोत की भी ठीक से घोषणा नहीं की है। यह भी पाया गया कि समीर वानखेड़े ने विभाग (वर्तमान या माता-पिता) को सूचित किए बिना, एक निजी संस्था विरल राजन के साथ महंगी कलाई घड़ियों की बिक्री और खरीद में खुद को शामिल किया था। सीबीआई ने वानखेड़े का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है और इसे डेटा हासिल करने के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। इसके लिए विशेष रूप से विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई है।
सीबीआई ने कहा कि जहां क्रूज पर पकड़े गए कुछ लोगों को रिहा कर दिया गया, वहीं आर्यन खान को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि के.पी. गोसावी, जो एनसीबी के एक अधिकारी के रूप में पेश हुए, आर्यन खान की गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार थे। उन्हें इस तरह पेश किया गया था कि वे एनसीबी के अधिकारी लग रहे थे। बाद में मामले के निस्तारण के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई, जिसका 8 करोड़ रुपये में निस्तारण हो गया। शुरुआत में 50 लाख रुपए लिए गए, लेकिन बाद में मामला अटक जाने के कारण कुछ पैसे वापस कर दिए गए।
वहीं इस मसले पर वानखेड़े का कहना है कि उन्हें देशभक्त होने का इनाम मिल रहा है। उन्होंने कहा, सीबीआई के 18 अधिकारियों ने मेरे आवास पर छापा मारा और 12 घंटे से अधिक समय तक तलाशी ली, जबकि मेरी पत्नी और बच्चे घर में मौजूद थे। सीबीआई के सात अधिकारियों की एक और टीम ने भी मेरे ससुराल पर छापा मारा। मेरे आवास पर उनकी तलाशी में, उन्हें 23,000 रुपये और संपत्ति के चार कागजात मिले। मेरे सेवा में शामिल होने से पहले ये संपत्तियां हासिल की गई थीं।