'अरविंद केजरीवाल विपक्षी एकता की बात इसलिए कर रहे हैं, ताकि जेल जाने से बच सकें', दिल्ली कांग्रेस का तीखा प्रहार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 25, 2023 07:32 AM2023-06-25T07:32:29+5:302023-06-25T07:37:11+5:30
दिल्ली कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल और आप पर आरोप लगाया कि उन्होंने साल 2019 में केंद्र के उस अध्यादेश का समर्थन किया था, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर की शक्तियों को कम किया गया था और अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया था।
दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की दिल्ली ईकाई ने आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और सूबे के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली सरकार की शक्तियों को कम करने के लिए लाये जाने वाले अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस के 'विचार मंथन' को सही ठहराते हुए सीएम केजरीवाल को भाजपा के 'बी' टीम का हिस्सा बताया है।
दिल्ली कांग्रेस ने आरोप लगाया कि साल 2019 में जब केंद्र जम्मू-कश्मीर की शक्तियों को कम करते हुए अनुच्छेद 370 को खत्म कर रहा था तो मुख्यमंत्री केजरीवाल और आप ने केंद्र की भाजपा सरकार का समर्थन किया था। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने यह आरोप आप के उस कदम के बाद लगाया है, जिसमें केजरीवाल की पार्टी ने शुक्रवार को पटना की विपक्ष की बैठक में ऐलान किया था अगर केंद्र द्वारा लाये जाने वाले अध्यादेश के सार्वजनिक विरोध का आश्वासन नहीं देती है तो वह शिमला सहित विपक्षी दलों की होने वाली तमाम बैठकों से दूरी बना लेगी, जिसमें कांग्रेस की मौजूदगी रहेगी।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार दिल्ली कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर आमने-सामनेल हैं और कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते शुक्रवार को विपक्षी बैठक में शामिल होने से पहले इस मुद्दे पर कांग्रेस की स्थिति साफ करते हुए कहा था कि कांग्रेस आने वाले संसद सत्र से पहले इस मुद्दे पर आपना रूख स्पष्ट करेगी कि वो केंद्र के अध्यादेश के संबंध में विरोध या समर्थन का कदम उठायेगी।
केंद्र द्वारा लाये जाना वाला अध्यादेश सीधे तौर पर दिल्ली की निर्वाचित सरकार के शक्तियों को कम करते हुए दिल्ली सिविल सेवकों के स्थानांतरण और पोस्टिंग के विषयों में दिल्ली के उपराज्यपाल को और अधिक अधिकार प्रदान करेगा। दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कंद्रीय मंत्री अजय माकन ने 5 अगस्त 2019 को मुख्यमंत्री केजरीवाल के किये उस उस ट्वीट के स्कीनशॉट को साझा किया, जिसमें सीएम केजरीवाल ने धारा 370 हटाये जाने के केंद्र के फैसले का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता माकन अपने ट्वीट में माकन अपने ट्वीट में लिखते हैं, “क्या अब भी कोई संदेह है कि कौन बीजेपी में शामिल हुआ है?”
इसके साथ ही कांग्रेस नेता माकन ने कहा, “आम आदमी पार्टी, जिसके पास 542 लोकसभा सांसद में से केवल 1 सांसद है। वह केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन चाहती है और उसी आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल उसी कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ निंदनीय बातें कह रहे हैं? क्या यही उनके समर्थन मांगने का तरीका है? केजरीवाल जेल के डर से यह सब कर रहे हैं, लेकिन जब उन्होंने भ्रष्टाचार किया है तो सज़ा भी मिलेगी। यही क़ानून का राज है!”
5 अगस्त 2019 को @ArvindKejriwal जी के इस संलग्न बयान को देखें, उसी दिन केजरीवाल जी के बयान पर मेरा जवाब भी देखें -
— Ajay Maken (@ajaymaken) June 23, 2023
दोनों संलग्न हैं।
कौन बीजेपी से मिला हुआ है, अब भी क्या कोई शक है?
AAP पार्टी, जिसका 542 में से केवल 1 लोक सभा सदस्य है, वो कांग्रेस से समर्थन भी चाहता था-
और… pic.twitter.com/N98LjQRxcK
अजय माकन के साथ दिल्ली की दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व लोकसभा सांसद संदीप दीक्षित ने इस विषय पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ तीखा हमला बोला है और अजय माकन की तरह उन्होंने केजरीवाल द्वारा इसे जेल से बचने का पैंतरा बताया है। सदीप दीक्षित ने केजरीवाल पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम केजरीवाल दिल्ली के प्रशासन को इसलिए अपनी मुट्ठी में करना चाहते हैं ताकि वो अपने भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल सकें और जेल जाने से बच सकें।
पूर्व सांसद दीक्षित ने कहा, “केजरीवाल ने आखिरी बार कब विपक्षी एकता की बात की थी? क्या तब, जब वे गोवा, गुजरात और उत्तराखंड में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे? केजरीवाल विपक्षी एकता के लिए नहीं बल्कि दिल्ली में प्राशासनिक शक्तियों पर कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं, ताकि खुद को जेल से बाहर रख सकें।"