9 दिन के अनशन से केजरीवाल की बिगड़ी तबियत, मीटिंग कैंसिल कर इलाज के लिए जाएंगे बेंगलुरु
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 21, 2018 08:34 AM2018-06-21T08:34:49+5:302018-06-21T08:48:58+5:30
केजरीवाल को डायबिटीज है जिस कारण से नियमित संतुलित खानपान वो रखते हैं जो कि धरने के धरने के नहीं हो सका, जिससे तबीयत खराब हुई।
नई दिल्ली, 21 जून : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में 9 दिन तक एलजी के ऑफिस में धरना प्रदर्शन किया। लेकिन अब उनकी तबियत बिगड़ गई है। खबर के मुताबिक 9 दिन के धरने और तनाव के चलते केजरीवाल का सुबह शाम का सैर और खानपान की दिनचर्या बिगड़ गई, जिससे उनकी ब्लड शुगर बहुत बढ़ गया। कहा जा रहा आज वह दस दिन की प्राकृतिक चिकित्सा के लिए गुरुवार को बेंगलुरु रवाना हो रहे हैं।
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दरअसल केजरीवाल को डायबिटीज है जिस कारण से नियमित संतुलित खानपान वो रखते हैं जो कि धरने के धरने के नहीं हो सका, जिससे तबीयत खराब हुई। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी सारी मीटिंग भी रद्द कर दी हैं।सीएम दफ़्तर ने बताया कि शुगर कंट्रोल के लिए बेंगलुरु में 10 दिनों तक अरविंद केजरीवाल का इलाज चलेगा। वहीं, केजरीवाल की अनुपस्थिति में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया उनका भी कार्यभार देखेंगे।
मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलजी निवास से अपना 9 दिन का धरना खत्म किया था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के दिग्गज चार नेता सोमवार ( 11 जून )शाम से अपनी मांगों को लेकर उपराज्यपाल के दफ्तर में धरने पर बैठे थे। उनका कहना था जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वह धरने पर रही रहेंगे। इस बीच मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी।
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गौरतलब है कि रविवार को नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए ममता राजधानी दिल्ली पहुंची थीं। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी करेंगे। पहले यह बैठक 16 जून को होनी थी। लेकिन उसी दिन ईद के कारण अब रविवार को होगी। ममता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू सहित कुछ अन्य मुख्यमंत्रियों ने त्योहार को देखते हुए बैठक में शामिल होने के प्रति अनिच्छा जताई थी। लेकिन बैठक की तारीख बदले जाने के बाद उन्होंने हामी भरी।