Arvind Kejriwal Arrest Controversy: "मोदी सरकार ने ईडी को हथियार बना लिया है, वो प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं", कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 22, 2024 02:27 PM2024-03-22T14:27:40+5:302024-03-22T14:32:17+5:30
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने जांच एजेंसी को हथियार बना लिया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव आयोग विपक्ष के खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति के लिए सरकार का हथियार बन गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "हम आम आदमी पार्टी और केजरीवाल जी के साथ हैं। ईडी विपक्ष के खिलाफ बदले की राजनीति के लिए सरकार का हथियार बन गया है।"
वेणुगोपाल ने आगे कहा, "दरअसल भाजपा को पता है कि वे अपने दम पर चुनाव नहीं जीत सकते, इसलिए वे विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं। यह भारत को एक निरंकुश देश बनाने का कदम है।"
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके आवास पर गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली अपनी याचिका सुप्रीम कोर्ट से वापस ले ली।
मामले में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "क्योंकि याचिका के कारण ईडी रिमांड में टकराव हो रहा है, इसलिए इसे वापस लेने का फैसला किया गया। रिमांड के खिलाफ लड़ेंगे और फिर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष वापस आएंगे।"
इससे पहले, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा, "आम आदमी पार्टी ने दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी द्वारा सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ राजधानी में आईटीओ पर विरोध प्रदर्शन किया। आईटीओ पर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करते समय मुझे दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। पहले ये लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री को झूठे मामले में गिरफ्तार करते हैं और फिर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है। अगर यह लोकतंत्र की हत्या नहीं है तो क्या है?"
मालूम हो कि शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम गुरुवार देर शाम मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर पहुंची। एजेंसी ने सीएम आवास पर तलाशी अभियान चलाया और उसके बाद नाटकीय परिस्थितियों के बीच अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया था।