कश्मीर में अब पोस्टर के जरिए आम नागरिकों धमका रहे हैं आतंकी, सेना गिना रही अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के फायदे
By सुरेश डुग्गर | Updated: September 9, 2019 17:46 IST2019-09-09T17:46:26+5:302019-09-09T17:46:26+5:30
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकी संगठन और कुछ अराजकतत्व घाटी का माहौल खराब करने की फिराक में लगे हुए हैं। सोमवार को भी श्रीनगर में एक विवादित पोस्टर लगा पाया गया है।

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कश्मीर में अब पोस्टर-पोस्टर का भी खेल चालू हो गया है। सेना और आतंकी इस खेल में जुटे हैं और फुटबाल के तौर पर कश्मीरी जनता का इस्तेमाल किया जा रहा है। सेना द्वारा लगाए जा रहे पोस्टरों में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के फायदे गिनाए जा रहे हैं तो आतंकियों के पोस्टरों में इसी को आधार बना लोगों को डराया व धमकाया जा रहा है।
यह सच है कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकी संगठन और कुछ अराजकतत्व घाटी का माहौल खराब करने की फिराक में लगे हुए हैं। सोमवार को भी श्रीनगर में एक विवादित पोस्टर लगा पाया गया है। इस पोस्टर में पुलिसकर्मियों और लोगों को दुकान न खोलने की धमकी दी गई है। पोस्टर पर आतंकी संगठन अल बदर का नाम लिखा है। पोस्टर में कारोबारियों को चेतावनी दी गई है।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकियों द्वारा दी जाने वाली यह कोई पहली धमकी नहीं है। इससे पहले सात सितंबर को शोपियां में हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर लगाए गए थे। घाटी के बाशिंदों में भय पैदा करने के लिए आतंकी इस तरह की नापाक हरकतें कर रहे हैं। वहीं उनकी नापाक हरकतों को यहां के बाशिंदे अपने हौसले से चकनाचूर कर देते हैं।
और दूसरीओर जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद सेना ने दक्षिणी कश्मीर के कुछ हिस्सों में स्थानीय लोगों को अनुच्छेद 370 हटने से होने वाले फायदे समझाने के लिए पोस्टर लगाए और उन्हें बांटा भी।
पुलवामा के अरीहल में स्थानीय लोगों ने एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर उर्दू में लगे पोस्टर देखे। इन पोस्टरों में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए को राज्य से हटाने के फायदों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इन्हें सेना द्वारा लगाया गया है।
इन लाभों का उल्लेख स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, संपत्ति के अधिकार और आरटीआई की श्रेणियों के तहत किया गया था। इसने केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे आयुष्मान योजना के विस्तार और मिड-डे मील जैसी पहलों के लाभों को सूचीबद्ध किया।
पोस्टर में लिखा है कि नए कोचिंग सेंटर और प्राइवेट स्कूल बनेंगे। नए होटल बनेंगे। मरकज की निगरानी में रहने का माहौल अच्छा होगा। जमीन की कीमत बढ़ेगी। इसमें नई फैक्टरियों के लगने और स्थानीय लोगों को नौकरी मिलने की भी बात कही गई है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि बाहर शादी करने वाली राज्य की महिलाओं का उनके संपत्ति पर अधिकार बना रहेगा।
अरीहल चौराहे के दुकानदार जहूर अहमद के बकौल, विशेष दर्जा खत्म किए जाने के कुछ दिन बाद सेना आई और उसने हमें ये फोटोकॉपी पकड़ा दी। उन्होंने दीवारों पर भी पोस्टर चिपका दिए। उन्होंने हमें समझाने की कोशिश की कि यह हमारे लिए क्यों जरूरी है।
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति इशफाक फिरोज ने कहा कि पोस्टरों को बांटने के दौरान सेना ने कहा कि हम अपने सेब का व्यापार पूरी आजादी से अन्य राज्यों के साथ कर सकेंगे। जहां अधिकतर पोस्टरों को लोगों ने उतार दिया है, वहीं कुछ पोस्टर खाली बिल्डिंगों या बंद दुकानों पर अभी भी लगे हुए हैं।