जम्मू-कश्मीर: आज से सरकारी दफ्तर चालू, मुख्य सचिव ने बताया कब शुरू होंगे स्कूल, वाहन और टेलीफोन सेवा
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: August 16, 2019 03:45 PM2019-08-16T15:45:25+5:302019-08-16T16:44:58+5:30
Article 370, Jammu Kashmir, BVR Subrahmanyam: जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने श्रीनगर में घाटी के ताजा हालात को लेकर मीडिया से बात की।
Article 370, Jammu Kashmir, BVR Subrahmanyam: जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने श्रीनगर में घाटी के ताजा हालात को लेकर मीडिया से बात की। सुब्रमण्यम ने बताया कि शुक्रवार (16 अगस्त) से घाटी में सरकारी दफ्तर खुल गए।
उन्होंने बताया कि इस वीकेंड के बाद कुछ-कुछ जगहों पर स्कूलों में शिक्षण कार्य फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक वाहनों को चलाया जाना बाकी है। मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में दूरसंचार सेवा को धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से बहाल किया जाएगा।
J&K Chief Secretary, BVR Subrahmanyam in Srinagar: Schools will be opened after the weekend area by area. Movement of public transport to be made operational. Govt offices are functional from today. Telecom connectivity will be gradually eased and restored in a phased manner. pic.twitter.com/z6k0hj58rV
— ANI (@ANI) August 16, 2019
मुख्य सचिव ने बताया कि घाटी हालात देखते हुए जो भी कदम उठाए गए, उनमें मुक्त आवाजाही और दूरसंचार कनेक्टिविटी पर प्रतिबंध, भारी संख्या में लोगों को एक जगह इकट्ठा न होने देना, स्कूलों और कॉलेजों को बंद करना शामिल था। उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानून के प्रावधानों के अनुसार कुछ व्यक्तियों हिरासत में भी लिया गया।
#WATCH J&K Chief Secretary briefs the media in Srinagar https://t.co/OjIN62gIbz
— ANI (@ANI) August 16, 2019
मुख्य सचिव सुब्रमण्यम ने बताया कि 22 में से 12 जिलों में हालात सामान्य हैं और पांच जिले कुछ प्रतिबंधों के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह सुनिश्चित हो सका है कि इन हालात में एक भी प्राणहानि नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि निवारक प्रतिबंधों की समीक्षा की जा रही है और कानून और व्यवस्था के आकलन के आधार पर उचित निर्णय किए जाएंगे। सरकार का ध्यान सामान्य हालात की जल्द से जल्द वापसी पर है, यह सुनिश्चित करते हुए कि अतीत में जिस तरह से आतंकवादी गतिविधियां हुईं, वे फिर न घटें।