गुरुग्राम (हरियाणा) 18 दिसंबर गुरुग्राम की एक अदालत ने शहर में करोड़ों रूपये की चोरी के मामले में वांछित निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज कुमार सेतिया के विरूद्ध शनिवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार सेतिया ने जांच में शामिल होने को लेकर जारी किये गये कई नोटिस की अनदेखी की तथा छापेमारी में भी उनका पता नहीं चला। विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के उपमहानिरीक्षक बी सतीश बालन ने बताया कि एसटीएफ के अनुरोध पर अदालत ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी सेतिया के खिलाफ यह वारंट जारी किया।
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य आरोपी के इकबालिया बयान के आधार पर सेतिया को आरोपी बनाया गया। आरोपी ने कहा था कि उसने इस मामले को दबाने के लिए सेतिया को पैसे दिये। सेतिया के जांच में शामिल नहीं होने के बाद उन्हें हरियाणा सरकार ने 10 दिसंबर को निलंबित कर दिया।
इससे पहले एसटीएफ को कथित रूप से इस मामले में सेतिया की संलिप्तता के बारे में ठोस सबूत मिले तथा उनके विरूद्ध प्राथमिकी में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की संबंधित धारा और भारतीय दंड संहिता की धारा 411 जोड़ी गयी।
बालन ने कहा, ‘‘कई बार नोटिस जारी होने के बाद भी वह (सेतिया) जांच से नहीं जुड़े और अब गिरफ्तारी वारंट के बाद हमारी टीम उन्हें पकड़ने के लिए छापा मारेगी।’’ यह मामला एक बिल्डर के यहां से 30 करोड़ रूपये की चोरी से जुड़ा है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।