दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के मामले में स्पष्ट किया है कि सरकार निष्पक्ष न्याय के लिए कटिबद्ध है और पुलिस जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे खेल मंत्रालय उनके आधार पर एक्शन लेगा। इसके साथ ही खेल मंत्री ठाकुर ने यह भी कहा कि सरकार महिला पहलवानों की मांग को समझ रही है और सरकार का लगातार प्रयास है कि खेल और एथलीटों का सकारात्मक उत्थान हो।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार पहलावानों ने अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाये गये 7 साल पुरानी यौन आरोपों की शिकायत को साझा किया। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने पहलवानों द्वारा बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर कहा, "सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट है कि न तो हमारी मंशा किसी को बचाने की और न ही हम किसी के बचाव में हैं। सरकार का एकमात्र उद्देश्य मामले की निष्पक्ष जांच है और सरकार की ओर से इसमें कोई कोताही नहीं की जाएगी।"
उन्होंने कहा, "जिस दिन तीन पहलवानों ने मुझसे शिकायत की, मैं उसी दिन अपने सभी दौरे छोड़कर दिल्ली वापस आ गया। हमने लगातार दो दिनों तक पहलवानों से मुलाकात की। खिलाड़ियों को 7 साल पुरानी शिकायत थी। पहलवानों ने मुझे बताया कि वे मुझे सूचित करना चाहते थे ताकि आप उनके खिलाफ कार्रवाई करें।”
अनुराग ठाकुर का यह बयान प्रदर्शनकारी पहलवानों द्वारा हरिद्वार में गंगा में अपने पदकों को विसर्जित करने की धमकी देने के बाद आया है। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "पहलवानों से पूछने के बाद ही हमने समिति का गठन किया था और समिति ने निष्पक्ष जांच की है।"
मालूम हो कि इससे पहले खबर आयी थी कि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों की बीते शनिवार रात में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई थी। गृहमंत्री और पहलवानों के बीच यह बैठक पांच दिन के उस अल्टिमेटम के खत्म होने के एक दिन पहले हुए, जब पहलवानों के अपने पदकों को हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित करने का प्रयास किया था। जानकारी के अनुसार गृहमंत्री के आवास पर हुई राम में हुए यह बैठक करीब दो घंटे चली और लगभग आधी रात को समाप्त हुई।